सेना के मुताबिक, अफगान सीमा से लगे कबायली क्षेत्र में एक सरकारी कार्यालय के बाहर एक आत्मघाती हमलावर ने खुद को विस्फोट करके उड़ा लिया। यह हमला क्षेत्र के सबसे वरिष्ठ सरकारी अधिकारी के कार्यालय के बाहर किया गया। सुरक्षा गार्डों ने जब आत्मघाती हमलावर को देखकर उसे रोका तो उसने खुद को उड़ा लिया जबकि दूसरे आत्मघाती हमलावर को सुरक्षा गार्डों ने मार गिराया।
इस आत्मघाती हमले को लेकर आतंकवादी संगठन तालिबान से संबंधित एक धड़े जमात उर अहरार ने इसकी जिम्मेदारी ली है। जमात-उर-अहरार ने पत्रकारों को ई-मेल भेजकर इस हमले की जिम्मेदारी ली है। साथ ही उसने सोमवार को लाहौर में हुए बम घमाकों की भी जिम्मेदारी ली है। जहां हमले में 5 पुलिसकर्मियों समेत 13 लोग मारे गए थे।
इस संगठन ने पिछले साल लाहौर के एक पार्क में ईस्टर के दिन हुए बम हमले की भी जिम्मेदारी ली थी, जिसमें 70 लोगों ने अपनी जान गंवा दी थी। जमात-उर-अहरार का कहना है कि लाहौर का हमला सरकार, सुरक्षाबलों, न्यायपालिका और धर्मनिरपेक्ष राजनीतिक दलों के खिलाफ उसके अभियान की शुरुआत है।