राजीव अरोड़ा, डॉ. चंद्रभान, पुखराज पाराशर, धर्मेंद्र राठौड़, ज्योति खंडेलवाल, अर्चना शर्मा, करण सिंह उचियारडा, मुमताज मसीह, धीरज गुर्जर, महेश शर्मा, पूर्व मंत्री राजेंद्र चौधरी, घनश्याम मेहर, गिर्राज गर्ग, जुबेर खान, संदीप यादव, जगरूप सिंह यादव, शिवचरण माली, नारायण सिंह, रामेश्वर दाधीच, पंकज मेहता, गोपाल बाहेती, दिनेश खोरडिया, अरुण कुमावत, मुकेश वर्मा, सुशील शर्मा, संजय गुर्जर, गोपाल सिंह इड़वा, सईद सउदी, राजेश चौधरी, शंकर यादव, प्रशांत शर्मा, सोमेंद्र गुर्जर, केवल चंद गुलेचा, सुनील परिहार सहित कई नेता नियुक्ति की दौड़ में हैं।
पूर्व मंत्री घनश्याम तिवाड़ी भले ही कांग्रेस में हैं, लेकिन वे न तो किसी कार्यक्रम में दिखाई देते हैं और न ही किसी धरने प्रदर्शन में। लोकसभा चुनाव में उन्होंने कांग्रेस का हाथ थाम लिया। ऐसा माना जा रहा है कि उन्हें प्रदेश स्तरीय नियुक्तियों में किसी महत्त्वपूर्ण पद पर जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है।
कॉर्डिनेशन कमेटी की दूसरी बैठक अगले सप्ताह प्रस्तावित है। इसमें मंत्री मास्टर भंवर लाल मेघवाल को छोड़कर सभी सदस्य उपस्थित रहेंगे। ऐसा माना जा रहा है कि इसमें राजनीतिक नियुक्तियां से लेकर मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर नामों पर चर्चा होगी।