कटारिया ने बयान जारी करते हुए कहा कि मांग करने की बजाय राज्य सरकार को काम पर ध्यान देना चाहिए। विधानसभा चुनाव में जो कांग्रेस ने कहा था, उसे ही वे जनता को दे दें। सत्ता में आने के बाद दस दिन में कर्जा माफ, सभी बेरोजगारों को पैसा, संविदिकर्मियों को स्थाई नौकरी देने का वादा किया था। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने तो बीस लाख करोड़ रुपए का आर्थिक पैकज दे दिया है। राज्य सरकार अपने खाते से हजार दो हजार रुपए डाले तो मैं धन्यवाद दूंगा।
लाखों श्रमिकों को नि:शुल्क भेजा
खाचरियावास ने कहा कि पलायन के दौरान सैकड़ों मजदूरों की मृत्यु हो चुकी है। राज्य सरकार ने पांच करोड़ तीस लाख लोगों को नि:शुल्क गेंहू उपलब्ध कराया। राशन किट बांटे। श्रमिकों के लिए बसें चलाकर 15 करोड़ रुपए से ज्यादा खर्च करके उत्तर प्रदेश, बिहार, बंगाल के मजदूरों को भेजा और राजस्थान के मजदूरों को लेकर भी आए। उन्होंने कहा कि इस संकट के दौर में प्रधानमंत्री से विनती कर कोई गुनाह नहीं कर दिया। प्रदेश की जनता केंद्र से मदद मांग रही है और भाजपा के नेता इस पर भी राजनीति कर रहे हैं।