कर्नाटक-मध्य प्रदेश में गिरी सरकार
गहलोत कैंप के नेताओं का कहना है कि लेटलतीफ फैसलों के चलते पार्टी को मध्य प्रदेश और कर्नाटक में नुकसान उठाना पड़ा था और वहां कांग्रेस की सरकारें गिर गई थीं, ऐसे में पार्टी को इन राज्यों से सबक लेते हुए तुरंत फैसला लेना चाहिए, गहलोत कैंप के नेताओ का कहना है कि अगर पार्टी व्हिप का उल्लंघन करने वाले विधायकों पर कड़ी कार्रवाई करेगी तो इससे दूसरे विधायकों को भी सबक मिलेगा।
पार्टी को पायलट के आधिकारिक बयान का इंतजार
इधर पार्टी के विश्वस्त सूत्रों की माने तो पायलट कैंप के विधायकों को विधायक दल की बैठक में शामिल होने के लिए एक मौका और इसलिए दिया गया है कि क्योंकि अभी तक सचिन पायलट की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, ऐसे में पार्टी के आला नेता कार्रवाई करने से बच रहे हैं। अगर आज फिर से पायलट कैंप के विधायक बैठक में शामिल नहीं होते हैं तो पार्टी विधायकों को लेकर बड़ा फैसला ले सकती है।
इनका कहना है
‘सभी विधायकों की भावना है कि व्हिप का उल्लंघन करने वाले विधायकों पर जल्द से जल्द सख्त कार्रवाई होनी चाहिए, पार्टी के बड़ा कोई नहीं है।’
खिलाड़ी लाल बैरवा, गहलोत कैंप के विधायक