होटल में एसओजी-सीआइडी की टीम को करीब एक घंटे तक अंदर नहीं घुसने दिया। हरियाणा पुलिस ने टीम के लीडर राजस्थान के आइपीएस विकाश शर्मा के वाहन को होटल के बाहर घेरकर रखा। हरियाणा के आला अधिकारियों से बातचीत होने पर एक घंटे बाद राजस्थान पुलिस टीम को होटल में प्रवेश दिया। सूत्रों के मुताबिक, राजस्थान पुलिस टीम को होटल के स्वागत कक्ष में ले जाया गया। यहां करीब 25 मिनट तक टीम रुकने दिया। इस बीच होटल में ठहरे राजस्थान के एक विधायक को हरियाणा पुलिस और स्थानीय कुछ लोगों की उपस्थिति में तीन मिनट ही आइपीएस विकाश शर्मा से मिलाया गया। इसके बाद टीम को वापस होटल से बाहर भेज दिया।
गौरतलब है एसओजी ने हार्स ट्रेडिंग मामला सामने आने के बाद मुख्यमंत्री, हटाए गए उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट सहित 15 विधायकों को बयान देने के लिए नोटिस दिया। एसओजी सूत्रों के मुताबिक, एक भी विधायक ने अभी तक एसओजी अनुसंधान अधिकारी को बयान देने के लिए समय नहीं दिया है।
एसओजी-एटीएस के एडीजी अशोक राठौड़ ने कहा कि वॉयस रिकॉडिंग की सत्यता की जांच करने के लिए एक टीम मानेसर भेजी है। वायरल हुई वॉयस रिकॉडिंग और जिनके नाम सामने आए हैं, उनकी आवाज का नमूना लेकर कोर्ट के जरिए एफएसएल जांच करवाएंगे। ताकि आवाज उनकी है या फिर किसी ने तथाकथित वॉयस रिकॉडिंग वायरल की है।
आइपीएस विकास शर्मा के नेतृत्व में गई टीम विधायक और सांसद से मामला जुड़ा होने के कारण एसओजी की मदद के लिए सीआइडी को लगाया गया है। सीआइडी के आइपीएस विकास शर्मा के नेतृत्व में टीम मानेसर और दिल्ली भेजी गई है। वहीं बीकानेर सहित अन्य कुछ जिलों में भी एसओजी की टीम सबूत जुटाने में जुटी है।