मैं क्या करता ये मत पूछो
जब मंच से खाचरियावास भाषण दे रहे थे तो उन्होंने कहा कि सीएम भले आदमी हैं, उनको पता था कि हमारा एक विधायक बाड़े में शामिल होने जा रहा है। फिर भी उसको रोका नहीं, जाने दिया। जब पुलिस ने रोका तो सोलंकी ने सीएम से यहां तक कहा कि मैं आपका चेला हूं। दिल्ली जा रहा हूं, जाकर भी नहीं आ सकता क्या? बात को आगे बढ़ाते हुए खाचरियावास ने कहा कि यदि वहां पूर्व सांसद अश्क अली टांक होते तो सोलंकी को कैसे लेकर आते। विक्रम शेखावत, पूर्व मंत्री बृजकिशोर शर्मा होते तो विधायक को वापस लाने के लिए क्या तरीका अपनाते। पूर्व महापौर ज्योति खंडेलवाल और पूर्व मीडिया चेयरपर्सन अर्चना शर्मा होतीं तो ये भी 10-20 भजन तो सुना ही देतीं। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने पूछा आप होते तो क्या करते? खाचरियावास ने कहा कि ये मत पूछो मैं क्या करता?
जहां निष्ठा रखता हूं, मजबूती से रखता हूं
सोलंकी ने अपने वीडियो में कहा कि खाचरियावास ने कहा था कि पायलट आप पर विश्वास नहीं कर रहे हैं। इन्होंने मुझसे कहा था कि पायलट से बात करता हूं। उस समय मैंने वादा किया था कि मैं पायलट के साथ रहूंगा। हम पायलट के साथ हैं, लेकिन गहलोत के खिलाफ नहीं हैं। जहां निष्ठा रखता हूं, मजबूती के साथ रखता हूं। आपकी तरह इधर-उधर नहीं होता हूं। आप जैसे लोगों के कमिटमेंट कराया। जब दिल्ली आया था तब मुख्यमंत्री से कहकर आया कि पायलट ने टिकट दिलाने में मदद की है। मैं पायलट के साथ हूं। खाचरियावास ऐसी भाषा बोलकर वे कांग्रेस और मुख्यमंत्री को कमजोर कर रहे हैं। मुख्यमंत्री मेरे भी सम्माननीय हैं। हम कांग्रेस में हैं और रहना चाहते हैं। ऐसी भाषा खाचरियावास तब बोलते जब हम पार्टी में नहीं रहते। बंधक बनाने की बातें एक मंत्री कर रहा है। सरकार क्या दादागिरी से चल रही है।