कनिष्ठ अभियंताओं को महापड़ाव एक दिन पहले सोमवार को शुरू हुआ, शाम होते होते सरकार ने एसोसिएशन के प्रतिनिधि मण्डल को वार्ता के लिए बुलाया। मुख्यमंत्री कार्यालय में अफसरों के साथ वार्ता हुई, लेकिन बात नहीं बनी। शाम को पुलिस ने अभियंताओं को विद्युत भवन से हटा दिया। इसके बाद अभियंताओं ने पड़ाव जगतपुरा में डाल लिया।
ज्यादातर सर्किल में एक सहायक अभियंता के अधीन 3 से 4 कनिष्ठ अभियंता काम करते हैं। ऐसे में अब सहायक अभियंता पर इन कनिष्ठ अभियंताओं के सारे काम का भार आ गया है।
— कनिष्ठ अभियंता की ग्रेड-पे 4800 हो।
— चिकित्सकों की तरह सभी विद्युत इंजीनियर्स को टाइम बाउंड प्रमोशन (6, 12 व 18 वर्ष) का लाभ मिले।
— कनिष्ठ अभियंता को सलेक्शन स्केल लेवल-14 यानी, ग्रेड-पे 5400 का लाभ मिले।
— बिजली कंपनियों की 185वीं कॉर्डिनेशन कमेटी की रिपोर्ट लागू हो।
— राज्य सरकार आगामी मानसून सत्र में इंजीनियर्स सेफ्टी बिल पास करे।