उत्पादन निगम की 4 यूनिटें बंद
प्रदेश में उत्पादन निगम की कोयला आधारित 7580 मेगावाट क्षमता की इकाइयां है। इनमें से अभी रोजाना 6210 मेगावाट उत्पादन हो रहा है। जबकि 4 यूनिटें अभी भी बंद पड़ी है। ये यूनिटें आवश्यक तकनीकी मेंटेनेन्स के लिए बंद कर रखी है।
ये यूनिटें बंद..
— कालीसिंध पावर प्लांट की 600 मेगावाट क्षमता इकाई
— सूरतगढ़ की 250 मेगावाट क्षमता की इकाइ
— कोटा की 210 मेगावाट क्षमता की इकाई
— सूरतगढ़ सुपरक्रिटिकल की 660 मेगावाट की इकाई
कोयला संकट भी...
राज्य विद्युत उत्पादन निगम के अधिकारियों की मानें तो कोल इंडिया की ओर से प्रतिदिन कोयले की 11.33 रैक के अनुपात में 10.5 रैक की आपूर्ति करवाई जा रही है। उत्पादन निगम की कोल आधारित 7580 मेगावाट की इकाइयों से विद्युत उत्पादन के लिए हर दिन कोयले की 27 रैक की जरूरत है। एक रैक में 4 हजार टन कोयला आता है। यानि, हर दिन 1 लाख 8 हजार टन कोयले की जरूरत है। जबकि अभी 20 रैक ही कोयला मिल पा रहा है। अभी भी 7 रैक कोयले की जरूरत है।
कब कितना विद्युत उत्पादन
— वर्ष 2020-21 में 29141 मिलियन यूनिट विद्युत उत्पादन
— वर्ष 2021-22 में 34287.28 मिलियन यूनिट विद्युत उत्पादन
— वर्ष 2021 में जनवरी से अप्रेल माह तक 10718.85 मिलियन यूनिट विद्युत उत्पादन
— वर्ष 2022 में जनवरी से 23 अप्रेल, 2022 तक 8889.51 मिलियन यूनिट विद्युत उत्पादन किया जा चुका है।