आवश्यकता के मुकाबले मिल रही 10 फीसदी ही बिजली
ऊर्जा मंत्री भंवर सिंह भाटी ने बताया कि पिछले साल के मुकाबले बिजली की डिमांग 34 फीसदी बढ़ गई है। कोयले की कमी के चलते मांग के अनुपात में बिजली उत्पादन नहीं हो पा रहा है। डिस्कॉम को आवश्यकता के मुकाबले 10 फीसदी ही बिजली मिल पा रही है। ऊर्जा मंत्री भंवर सिंह भाटी का कहना है कि अचानक बिजली की मांग बढ़ी है, प्रतिदिन बिजली की उपलब्धता 10 हजार मेगावाट है, जबकि मांग 13 हजार से अधिक आ रही है। केन्द्र ने बिजली खरीद का अधिकतम मूल्य 12 रुपए प्रति यूनिट तय किया हुआ है, हम 12 रुपए में बिजली खरीद की कोशिश कर रहे है। रोजाना 3 से 4 हजार मेगावाट बिजली की और आवश्यकता है, लेकिन हमें 10 फीसदी ही बिजली मिल पा रही है।
कोयला संकट भी....
ऊर्जा मंत्री ने स्वीकार किया है कि कोयला संकट भी है। कोयला के लिए भी केन्द्र सरकार से लगातार मांग कर रहे है। वर्तमान में कोयले का संकट केवल राजस्थान में ही नहीं, बल्कि पूरे देश में है। जिस प्रकार बिजली की कमी उत्पन्न हुई है, उससे देश के कई राज्य जूझ रहे हैं। महंगे दामों पर बिजली खरीदने के प्रयासों के बावजूद एक्सचेंज से बिजली नहीं मिल पा रही।
विधायक बलजीत यादव ने भी दिए बैठक में सुझाव
ऊर्जा मंत्री की अध्यक्षता में विद्युत भवन में हुई बैठक में बहरोड़ से विधायक बलजीत यादव भी कुछ देर के लिए शामिल हुए। इस दौरान यादव ने अपने क्षेत्र की बिजली से जुड़ी समस्या रखी। यादव ने कहा कि आगामी दिनों में प्रतियोगिता परीक्षाओं को देखते हुए पावर कट का निर्णय लिया जाए।