दिल्ली जाने से पहले उर्जा विभाग के एसीएस डॉ. सुबोध अग्रवाल मंगलवार सुबह संयुक्त सचिव आलोक रंजन, सीएमडी विद्युत उत्पादन निगम, निदेशक ऊर्जा विकास निगम सहित वरिष्ठ अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। इसमें अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए।
बिजली की अधिकतम मांग 12956 मेगावाट रही, वहीं बिजली की उपलब्धता 9827 मेगावाट रही। इस तरह करीब 3129 मेगावाट का अंतर रहा। इस कारण पावर एक्सचेंज से 20 रुपए प्रति यूनिट तक बिजली खरीदनी पड़ी है।