उधर, दिल्ली गए अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. सुबोध अग्रवाल ने गुरुवार को केन्द्रीय ऊर्जा सचिव आलोक कुमार के साथ बैठक कर कोयला आपूर्ति सहित अन्य मुद्दों पर चर्चा की है। अतिरिक्त मुख्य सचिव एनर्जी डॉ. सुबोध अग्रवाल ने बताया कि केन्द्रीय उर्जा सचिव आलोक कुमार ने कोयले की आपूर्ति में कमी की पूर्ति करने का विश्वास दिलाया है। केन्द्रीय उर्जा सचिव ने चर्चा के दौरान बताया कि कोल इंडिया की अनुषंगी इकाई एसईसीएल क्षेत्र में श्रमिकों के दुर्गा पूजा त्यौहार के कारण अवकाश पर जाने से रैक का डिस्पेच प्रभावित हुआ है, जिसकी दो तीन दिन में ही पूर्ति कर दी जाएगी।
एसीएस एनर्जी डॉ. अग्रवाल ने बताया कि दिल्ली में केन्द्रीय कोयला सचिव अनिल जैन, केन्द्रीय पर्यावरण सचिव आरपी गुप्ता व गुरुवार को केन्द्रीय उर्जा सचिव आलोक कुमार के साथ विद्युत संकट, कोयला की आपूर्ति और राजस्थान राज्य विद्युत उत्पादन निगम और अड़ानी के संयुक्त उपक्रम परसा ईस्ट एवं कांता बासन की द्वितीय चरण वन भूमि 1136 हैक्टेयर के हस्तांतरण सहित विभिन्न मुद्दों पर सकारात्मक विचार विमर्श हुआ है। इस दौरान कोयला रैक डिस्पेच बढ़ाने, आपूर्ति में सुधार के लिए आश्वस्त किया है। परसा कोल ब्लॉक की दूसरे चरण की वन स्वीकृति के संबंध में तेजी से कार्यवाही का विश्वास दिलाया है। उन्होंने बताया कि तीनों ही केन्द्रीय सचिवों से सकारात्मक वार्ता रही।
1455 मेगावाट बिजली उत्पादन…
– प्रदेश की तीन इकाइयों में उत्पादन शुरू करने से 1455 मेगावाट बिजली उत्पादन में बढ़ोतरी हुई है।
– 13 अक्टूबर को सूरतगढ़ तापीय विद्युत गृह की यूनिट 7 में 660 मेगावाट विद्युत का उत्पादन शुरू हुआ
– 11 अक्टूबर को कोटा तापीय विद्युत गृह की यूनिट 6 में 195 मेगावाट और कालीसिंध तापीय विद्युत गृह की यूनिट 2 में 600 मेगावाट उत्पादन शुरु हुआ
— राज्य में 200 लाख 92 हजार यूनिट सोलर एनर्जी व 32 लाख 15 हजार यूनिट पवन उर्जा का उत्पादन रहा।