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प्रदेश में इस बार झमाझम बरसात: 20 बड़े बांध 85 फीसदी तक भरे, छोटे बांध इस बार भी प्यासे

locationजयपुरPublished: Sep 14, 2020 03:47:04 pm

Submitted by:

Kamlesh Sharma

प्रदेश में इस बार झमाझम बरसात से बड़े छोटे बांधों में पानी की आवक हुई। हालांकि यह आवक 20 बड़े बांधों तक ही सीमित रही।

Rajasthan Rain 2020 Dam water level

प्रदेश में इस बार झमाझम बरसात से बड़े छोटे बांधों में पानी की आवक हुई। हालांकि यह आवक 20 बड़े बांधों तक ही सीमित रही।

जयपुर। प्रदेश में इस बार झमाझम बरसात से बड़े छोटे बांधों में पानी की आवक हुई। हालांकि यह आवक 20 बड़े बांधों तक ही सीमित रही। छोटे कस्बे और शहरों की पेयजल और सिंचाई की आवश्यकताओं की पूर्ति करने वाले 594 छोटे बांध हमेशा की तरह इस बार भी रीते ही रह गए।
इन बांधों के बहाव क्षेत्र में अतिक्रमणों की बाढ़ का नतीजा यह रहा कि ये छोटे बांध कुल भराव क्षमता 4526 मिलियन क्यूबिक मीटर के मुकाबले 2104 मिलियन क्यूबिक मीटर ही भर सके। जबकि 22 बडे बांधों में कुल भराव क्षमता 8104 मिलियन क्यूबिक मीटर के 6941 मिलियन क्यूबिक मीटर यानि 85 प्रतिशत तक भर गए।
40 प्रतिशत तक ही भर सके छोटे बांध
जल संसाधन विभाग के अनुसार प्रदेश में 256 लघु और मध्यम और अन्य छोटे बांधों को मिला कर 742 बांध हैं। पूरे मानसून में इन बांधों में 40 प्रतिशत से ज्यादा पानी नहीं आया। एक एक बांध की स्थिति के हिसाब से देखें तो 229 बांधों तक मानसून का पानी पहुंचा ही नहीं। इसके अलावा 365 बांधों मेें मामूली आवक रही। 148 बांध इसलिए भाग्यशाली रहे कि इनके बहाव क्षेत्र में अतिक्रमण और एनीकट नहीं थे, इसलिए इनमें पानी आया और ये लबालब हो गए।
पंचायत के जिम्मेदार चाहते तो इन बांधों में भी आता पानी
असल में प्रदेश के 22 बडे बांध ही जल संसाधन विभाग के अधीन हैं। अन्य छोटे बड़े 742 बांध पंचायतों के अधीन हैं। पंचायत क्षेत्रों के अधीन बांधों के बहाव क्षेत्रों में अतिक्रमण की रोकथाम की कोई प्रभावी व्यवस्था नही है। ऐसे में इन बांधों के बहाव क्षेत्र अतिक्रमण की बाढ़ में पूरी तरह से छिप गए हैं
600 से ज्यादा अतिक्रमण
जयपुर के रामगढ़ बांध का भी यही हाल रहा। इस बांध के बहाव क्षेत्र में 600 से ज्यादा अतिक्रमणों ने बारिश के पानी को बांध तक आने से रोक दिया। जिससे इस बार भी बांध में पानी नहीं आया।
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