राजस्थान में बीते एक सप्ताह के दौरान हाड़ौती क्षेत्र में जमकर बारिश हुई और पांच स्थानों पर बाढ़ की स्थिति बनने के बाद हालात बैकाबू हुए। बारिश का दौर कम हुआ, लेकिन बारिश ने लोगों को परेशानी बढ़ा दी है। हालाकि अगले तीन-चार दिन तक प्रदेश के कुछ स्थानों पर बारिश का अलर्ट जारी किया गया है और इस दौरान भी हाड़ौती और आसपास के इलाकों पर जोर ज्यादा रहेगा। मौसम विभाग की माने तो पश्चिमी मध्य प्रदेश के ऊपर बना अति कम दबाव का क्षेत्र गुरुवार को कमजोर पड़ रहा है। इसके चलते मध्यप्रदेश और राजस्थान में बारिश की गतिविधियों में कमी होने की संभावना है।
मौसम केन्द्र जयपुर के निदेशक आर.एस. शर्मा ने बताया कि पिछले 24 घंटों में झालावाड़, बारां, टोंक, कोटा और बूंदी जिलों में कहीं-कहीं भारी व अति भारी बारिश दर्ज की गई है। सर्वाधिक बारिश 154mm अकलेरा, झालावाड़ में दर्ज की गई है। उधर, 24 घंटों के दौरान कोटा, बूंदी, टोंक, सवाईमाधोपुर, झालावाड़, बारां जिलों में कहीं-कहीं भारी बारिश होने की संभावना है। शर्मा ने बताया कि 11 अगस्त से मानसून की गतिविधियां धीमी पड़ जाएंगी और कुछके स्थानों पर हल्की बारिश की संभावाना हो सकती है। 20 अगस्त के बाद से मानसून फिर से सक्रिय हो सकता है।
राजस्थान में सामान्य से 13 प्रतिशत बारिश ज्यादा दर्ज
राजस्थान में भारी बारिश के दौर के बीच गुरुवार को बारिश का आंकड़ा सामान्य स्थिति से आगे निकल गया है। अब तक सामान्य से 13 प्रतिशत बारिश ज्यादा दर्ज हो चुकी है। उधर, पूर्वी राजस्थान में यह आंकड़ा 23 प्रतिशत आगे निकल गया है। जबिक पश्चिमी राजस्थान में आंकड़ा अब तक सामान्य से चार प्रतिशत कम है। सबसे बड़ा आंकड़ा सवाई माधोपुर का सामने आया है। यहां सामान्य बारिश का आंकड़ा 327.3 प्रतिशत है, जबकि अब तक 691.9 एमएम बारिश दर्ज हो चुकी है। यानि 111 प्रतिशत बारिश अधिक दर्ज की गई है। दूसरे नंबर पर बूंदी और तीसरे नंबर पर बारां है।
पिछले 24 घंटे में कहां कितनी बारिश
राजस्थान में पिछले 24 घंटे में बारिश के आंकड़े की बात करें तो गुरुवार सवेरे तक बूंदी के गराडा में 137, बूंदी के नैनवा में 106, बूंदी के इंद्रगढ में 102,बूंदी में 81, अजमेर के रूपनगढ में 83, किशनगढ में 58, बारां के अंता में 71, बारां के अंता में 71, बारां के किशनगंज में 58, चित्तौडगढ़ के रावतभाटा में 22.9, जयपुर के नरेना में 55, झालावाड़ के अखलेरा में 154, झालावाड़ के बखानी में 102, असनावार में 100, जोधपुर के भोपलगढ़ में 50, कोटा के नवनेरा बैराज में 104, लाडपुरा में 96,कोटा में 75, कोटा बैराज में 68, कोटा के पिपलदा में 71, टोंक के गलवा में 122, टोंक के गलवानिया बूंद में 119 एमएम बारिश दर्ज की गई है।
बांधों में 8.15 प्रतिशत पानी ज्यादा आया
राजस्थान में अच्छे मानसून के चलते राज्य के बांधों में पिछले साल के मुकाबले अब तक 8.15 प्रतिशत पानी की आवक ज्यादा हुई है। राजस्थान में छोटे-बड़े मिलाकर कुल 727 बांध हैं, जिनमें से 4 अगस्त तक 287 खाली पड़े हैं। इस मानसून की बात करें तो प्रदेश के सभी बांध कुल 49.43 प्रतिशत भरे हुए हैं, जबकि पिछले साल चार अगस्त तक 41.23 प्रतिशत ही भरे हुए थे। बांधों में कुल 441.18 मिलियन क्यूबिक मीटर पानी की आवक ज्यादा हुई है। उधर, प्रदेश में कोटा संभाग के बांधों पर मानसून की मेहर सबसे ज्यादा रही। कोटा संभाग के बांध 79.9 प्रतिशत भरे हुए हैं।