script2.24 रुपए प्रति यूनिट की दर से बिजली की खरीद | RAJASTHAN RENEWABLE ENERGY CORPORATION REC MECHANISM | Patrika News

2.24 रुपए प्रति यूनिट की दर से बिजली की खरीद

locationजयपुरPublished: Jan 28, 2022 07:47:50 pm

Submitted by:

Girraj Sharma

Rajasthan Energy Development Corporation जयपुर। प्रदेश में रिन्यूवल एनर्जि सर्टिफिकेट मैकेनिज्म के तहत स्थापित सोलर प्लांटों से 2 रुपए 24 पैसे प्रति यूनिट की दर से बिजली की खरीद की जाएगी। राजस्थान ऊर्जा विकास निगम की शुक्रवार को हुई बोर्ड मीटिंग मेें यह निर्णय लिया गया। राज्य में renewal energy certificate mechanism आरईसी मैकेनिज्म के तहत स्थापित सोलर प्लांटों से 2 रु. 24 पैसे प्रति यूनिट की दर से बिजली की खरीद की जाएगी।

2.24 रुपए प्रति यूनिट की दर से बिजली की खरीद

2.24 रुपए प्रति यूनिट की दर से बिजली की खरीद

Rajasthan Energy Development Corporation जयपुर। प्रदेश में रिन्यूवल एनर्जि सर्टिफिकेट मैकेनिज्म के तहत स्थापित सोलर प्लांटों से 2 रुपए 24 पैसे प्रति यूनिट की दर से बिजली की खरीद की जाएगी। राजस्थान ऊर्जा विकास निगम की शुक्रवार को हुई बोर्ड मीटिंग मेें यह निर्णय लिया गया।
ऊर्जा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. सुबोध अग्रवाल ने बताया कि राज्य में renewal energy certificate mechanism आरईसी मैकेनिज्म के तहत स्थापित सोलर प्लांटों से 2 रु. 24 पैसे प्रति यूनिट की दर से बिजली की खरीद की जाएगी। राज्य ऊर्जा विकास निगम की ओर से बिजली खरीद की दर तय करने के बाद बहुत कम समय में ही लगभग एक माह से भी कम समय में करीब 35 सोलर एनर्जी उत्पादकों ने 135 मेगवाट बिजली उपलब्ध कराने पर सहमति दे दी है।
एसीएस एनर्जी डॉ. सुबोध अग्रवाल ने बताया कि दिसंबर में आयोजित बोर्ड मीटिंग में रिन्यूवल एनर्जि सर्टिफिकेट मैकेनिज्म के तहत लगी सोलर व विण्ड यूनिटों से 2 रुपए 24 पैसे प्रतियूनिट सोलर एनर्जी व 2 रुपए 44 पैसे प्रति यूनिट विण्ड एनर्जी खरीद की दर तय की थी। उन्होंने बताया कि 31 मार्च, 2019 को आरईसी मैकेनिज्म के तहत लगे प्लांटों से बिजली खरीद की दर तय करने की लंबे समय से मांग की जा रही थी। उन्होंने बताया कि इससे सोलर व विण्ड बिजली उत्पादकों को उत्पादित बिजली का मूल्य मिल पाएगा, वहीं प्रदेश में सस्ती बिजली की उपलब्धता भी बढ़ेगी।
एसीएस एनर्जी डॉ. सुबोध अग्रवाल ने बताया कि प्रदेश में आरईसी मैकेनिज्म के तहत लगभग 620 मेगावाट बिजली का उत्पादन हो रहा हैं, जिसमें से करीब 290 मेगवाट सोलर व विण्ड बिजली का उत्पादन बड़ी कंपनियों की ओर से किया जा रहा है। जल्दी ही आरईसी मैकेनिज्म के तहत कार्य कर रही अन्य इकाइयों से भी प्रदेश में निर्धारित दर पर बिजली उपलब्ध होने की सहमति मिलने की संभावना है।
डॉ. अग्रवाल ने बताया कि प्रदेश के 37.80 मेगावाट के लगने वाले तीन बायोमास प्लांटों से बिजली खरीद के लिए पीपीए किया जाएगा। सीकर जिले के धोध में 14.90 मेगावाट, हनुमानगढ़ के भादरा के डूंगराना में 14.90 मेगावाट के और जोधपुर के शैतानसिंह नगर लोहावट में नेनो ग्रीन पॉवर 8 मेगावाट बायोमॉस से उत्पादित बिजली खरीद के पॉवर परचेज एग्रीमेंट किया जाएगा। इससे प्रदेश में बायोमास आधारित विद्युत प्लांटों को प्रोत्साहन मिलेगा और इस क्षेत्र में नए निवेशक आएंगे।
ऊर्जा विकास निगम की बिजली खरीद की होगी साप्ताहिक समीक्षा
एसीएस डॉ. अग्रवाल ने ऊर्जा विकास निगम की बिजली खरीद व्यवस्था की साप्ताहिक समीक्षा के निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि मासिक या त्रैमासिक समीक्षा से सकारात्मक परिणाम प्राप्त नहीं किए जा सकते।
नियमित मॉनीटरिंग से आया सुधार…
जोधपुर से वर्चुअली जुड़े सीएमडी डिस्काम्स भास्कर ए सावंत ने बताया कि नियमित मॉनीटरिंग और समयवद्ध समीक्षा से बिजली कंपनियों की कार्यप्रणाली में सकारात्मक सुधार आया हैं, वहीं समय पर नीतिगत निर्णय लेने से बिजली की उपलब्धता, मांग और आपूर्ति के गेप का दूर किया जा सका है।
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