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राजस्थान के ‘शाहजहां’ बने पहाड़ सिंह, जीवनसंगिनी की याद में ‘ताजमहल’ की तरह बनवाया स्कूल

locationजयपुरPublished: Jul 09, 2019 02:50:41 pm

Submitted by:

Nakul Devarshi

Rajasthan’s Shahjahan, Bhamashah built up school in Jalore: राजस्थान के ‘शाहजहां’ बने Pahad Singh Chouhan, जीवनसंगिनी की याद में Taj Mahal की तरह बनवाया स्कूल

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जयपुर।

आगरा में शाहजहां ने जिस तरह से मुमताज की याद में ताजमहल ( Agra Taj Mahal ) का निर्माण करवाया था, ठीक उसी तरह जालोर निवासी भामाशाह पहाड़सिंह ने अपनी जीवनसंगिनी की याद में एक विद्यालय भवन का निर्माण करवा है। पहाड़सिंह ने इसके लिए निःस्वार्थ भावना से एक करोड़ रूपए से भी ज़्यादा का खर्च किया है। अब उनकी इस पहल को हर कोई सराह रहा है। आस-पास के गांवों में भी अब उनके चर्चे होने लगे हैं।
जीवनसंगिनी की याद में बनवाया विद्यालय
भीनमाल से 5 किलोमीटर की दूरी पर स्थित भागलभीम गांव में भामाशाह पहाड़सिंह चौहान ने लाखों रूपए खर्च कर जीवनसंगिनी की याद में विद्यालय भवन का निर्माण करवाया है। भवन का निर्माण पूरा होने के बाद अब इसे शिक्षा विभाग के सुपुर्द कर दिया गया है।
एक बीघा ज़मीन, एक करोड़ राशि से बनवाया विद्यालय
भामाशाह ने पूर्व में अपनी एक बीघा जमीन विद्यालय को दी। फिर जीवनसंगिनी के गुजर जाने के बाद उसी जमीन पर करोड़ रूपए खर्च कर विद्यालय भवन का निर्माण करवाया। भवन का निर्माण पूर्ण होने पर सोमवार को वैदिक मंत्रोच्चार व हवन कर विद्यालय भवन को शिक्षा विभाग को सुपुर्द किया गया।
भामाशाह पहाड़सिंह ने जीवनसंगिनी सुगन कंवर की स्मृति में करीब 1 करोड़ 4 लाख रूपए खर्च कर विद्यार्थियों के लिए 10 कक्षा-कक्ष, एक प्रधानाचार्य कक्ष व एक कार्यालय का निर्माण करवाया। विद्यालय में छात्र- छात्राओं के लिए अलग-अलग शौचालय का निर्माण करवाया गया है। इसके अलावा विद्यालय की चार-दिवारी व भव्य गेट भी बनाया गया है ।
पत्नी ने जताई थी इच्छा
भामाशाह पहाड़सिंह चौहान को शिक्षा के लिए धन खर्च करने की सलाह उनकी पत्नी सुगन कंवर ने ही दी थी। गांव के रिटार्यड आरआई किशनाराम ने बताया कि डेढ़ साल पूर्व जीवनसंगिनी सुगन कंवर ने बच्चों के लिए धन खर्च करने की इच्छा जताई थी। इसके कुछ दिनों बाद ही उनका देहवासन हो गया। इसके बाद भामाशाह चौहान ने बच्चों के लिए विद्यालय भवन का निर्माण करवाया।
गांव के पर्वत सिंह दूधिया ने कहा कि क्षेत्र में दानदाताओं की कोई कमी नहीं है, बस उन्हें प्रेरित करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि ऐसे कार्यों से समाज को भी प्रेरणा मिलती है।
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