एसओजी एडीजी वीके सिंह ने बताया कि इस मामले में उदयपुर के बेकरिया थाने में वर्ष 2022 में एक एफआईआर दर्ज की गई थी। इस मामले में पुलिस ने लीक पेपर के साथ अभ्यर्थियों से भरी बस पकड़ी थी। हालांकि, कोर्ट ने इन अभ्यर्थियों को जमानत दे दी थी, लेकिन अब इनके खिलाफ भी चार्जशीट दायर की गई है। उल्लेखनीय है कि पिछले साल नवम्बर में हुई इस परीक्षा में पूरी की पूरी बस को ही पकड़ा गया था। बस में बैठे अभ्यर्थी एग्जाम सेंटर पर पहुंचने से पहले वह प्रश्न पत्र हल कर रहे थे, जो कि कुछ देर बाद उनको एग्जाम सेंटर पर मिलने वाला था। पेपर पहले ही लीक हो चुका था।
उधर इस मामले में कुख्यात पेपर लीक माफिया सुरेश ढाका सहित कई अन्य आरोपी फरार हैं। पुलिस इनकी तलाश में जुटी हुई है और इन्हें भगोड़ा घोषित किया गया है। इस मामले में ईडी ने भी मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में कार्रवाई की है। ऐसे में दोनों मामले अब ईडी कोर्ट में स्थानांतरित कर दिए गए हैं।
उल्लेखनीय है कि राजस्थान में पेपर लीक के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। इससे पहले भी कई सरकारी भर्तियों के पेपर लीक होने की खबरें सामने आ चुकी हैं। एसओजी की इस कार्रवाई से पेपर लीक के मामलों में सख्त कार्रवाई होने का संदेश गया है। पिछले कुछ साल में पेपर लीक और अन्य कारणों से आठ बड़ी सरकारी भर्ती परीक्षाओं को रद्द किया जा चुका है। हाल ही में आरओ-ईओ भर्ती परीक्षा को भी रद्द किया गया है। उधर एसआई भर्ती परीक्षा 2021 पर भी तलवार लटक रही है।