जानकारी सामने आई है कि एसओजी ने पिछले दिनों दो मोबाइल नंबरों को ट्रेस किया था जिसमें राजस्थान की सियासत को बदल डालने और विधायकों कि खरीद-फरोख्त किये जाने का अंदेशा नज़र आया था। बताया जा रहा है कि एसओजी ने इन ट्रेस हुए मोबाइल नंबरों के आधार पर दो लोगों से पूछताछ शुरू की है।
एसओजी की एफआईआर में चौंकाने वाली बातें
एसओजी की ओर से दर्ज हुई एफआईआर को देखें तो उसमें कई चौंकाने वाली बातें सामने आई हैं। एफआईआर में दो नंबरों 9929229909 और 8949065678 का ज़िक्र गया है। बताया गया है कि इन दो नंबरों को पुलिस ने कुछ दिन पहले सर्विलांस पर लिया था। फोन रिकॉर्डिंग सुनने के बाद प्रदेश में सरकार को अस्थिर करने की कोशिश का खुलासा हुआ था। एफ़ाइआर में विधायक रमिला खड़िया और महेंद्र सिंह जीत मालवीय का नाम भी है।
एसओजी की ओर से दर्ज हुई एफआईआर को देखें तो उसमें कई चौंकाने वाली बातें सामने आई हैं। एफआईआर में दो नंबरों 9929229909 और 8949065678 का ज़िक्र गया है। बताया गया है कि इन दो नंबरों को पुलिस ने कुछ दिन पहले सर्विलांस पर लिया था। फोन रिकॉर्डिंग सुनने के बाद प्रदेश में सरकार को अस्थिर करने की कोशिश का खुलासा हुआ था। एफ़ाइआर में विधायक रमिला खड़िया और महेंद्र सिंह जीत मालवीय का नाम भी है।
विधायकों को प्रलोभन देने का ज़िक्र
एसओजी की एफआईआर में कांग्रेस व निर्दलीय विधायकों को 20 से 25 करोड़ का प्रलोभन देने की बात भी सामने आई है। वहीं प्रदेश में नया मुख्यमंत्री बनाने की भी बात हुई है। फोन की बातचीत में जो बातें सामने आई हैं उसमें कहा गया है कि ‘मुख्यमंत्री हमारा होगा और उप मुख्यमंत्री को केन्द्र में मंत्री बना दिया जाएगा।‘ उप मुख्यमंत्री के दिल्ली दौरे के बारे में भी इन मोबाइल पर बात हुई है।
एसओजी की एफआईआर में कांग्रेस व निर्दलीय विधायकों को 20 से 25 करोड़ का प्रलोभन देने की बात भी सामने आई है। वहीं प्रदेश में नया मुख्यमंत्री बनाने की भी बात हुई है। फोन की बातचीत में जो बातें सामने आई हैं उसमें कहा गया है कि ‘मुख्यमंत्री हमारा होगा और उप मुख्यमंत्री को केन्द्र में मंत्री बना दिया जाएगा।‘ उप मुख्यमंत्री के दिल्ली दौरे के बारे में भी इन मोबाइल पर बात हुई है।
… इधर विधायक रमिला के बयान ने उलझाया एसओजी एफआईआर में ज़िक्र हुए कुशलगढ़ विधायक रमिला खड़िया की भी इस सिलसिले में प्रतिक्रिया आई है। उन्होंने ये कहते हुए उलझा दिया है कि उनसे किसी ने भी संपर्क नहीं साधा था। विधायक ने कहा, ‘मुझसे किसी भी भाजपा नेता ने संपर्क नही किया,यह सब गलत बाते सामने आ रही है,मेरे पति जन्मजात कांग्रेसी रहे, मेरे खून में कांग्रेस हे और मैं कांग्रेस की ही रहूंगी, कभी पार्टी से गद्दारी नहीं करूंगी।
ध्यान भटकाने का प्रयास कर ही है गहलोत सरकारः पूनिया
भाजपा पर खरीद फरोख्त के आरोप लगाने के बाद भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया का बयान सामने आया है। पूनिया इस प्रकरण को महज गहलोत सरकार का ड्रामा करार दिया है। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस सरकार अपनी नाकामियां और कोरोना प्रबंधन में असफलता से ध्यान भटकाने के लिए इस तरह के पैंतरे अपना कर भाजपा पर लांछन लगाने काम कर रही है।
भाजपा पर खरीद फरोख्त के आरोप लगाने के बाद भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया का बयान सामने आया है। पूनिया इस प्रकरण को महज गहलोत सरकार का ड्रामा करार दिया है। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस सरकार अपनी नाकामियां और कोरोना प्रबंधन में असफलता से ध्यान भटकाने के लिए इस तरह के पैंतरे अपना कर भाजपा पर लांछन लगाने काम कर रही है।
पूनिया ने कहा कि एसओजी और एसीबी को इतना लंबा अर्सा हो गया जांच करते हुए लेकिन कुछ नहीं निकला, इधर उधर से से नंबर ढूंढे। जांच का कोई आधार नहीं है। अगर आधार होता तो जांच इतनी देरी से शुरू नहीं होती। एक तरफ तो एसओजी एक तरफ तो नाम उजागर कर रही है दूसरी तरफ विधायक उसका खंडन कर रही है कि मुझसे न संपर्क किया और न प्रलोभन दिया। सरकार खुद अंतरविरोध और अंतरकलह से परेशान है और ध्यान भटकाने के लिए आरोप भाजपा पर लगा रही है।