खाचरियावास ने कहा कि लॉक डाउन के पहले दिन से ही सरकार ने बड़ा संकल्प लिया कोई भूखा नहीं सोएगा। उसको आधार बनाकर कांग्रेस सरकार ने एक करोड़ लोगों के खाते में सीधा पैसा डाला और 5 करोड़ से ज्यादा लोगों को राशन कार्ड के आधार पर फ्री में गेहूं उपलब्ध कराया। राज्य सरकार ने मजदूरों को उनके घर पहुंचाने के लिए श्रमिक बसें लगाई, मजदूरों के लिए कैंप लगाए गए, कैंपों में उनके रहने सोने और खाने के साथ-साथ उन्हें राशन सामग्री पहुंचा कर बसों ट्रेनों के जरिए लाखों मजदूरों को घर पहुंचाया गयाहै। राजस्थान पहला राज्य बन गया जहां मोक्ष कलश स्पेशल बस सेवा शुरू करके मुफ्त में प्रदेश के लोगों को हरिद्वार ले जाना शुरु किया।
सांसद और केंद्रीय मंत्री फ्लॉप खाचरियावास ने कहा कि प्रदेश भाजपा के नेता, 25 सांसद और केंद्रीय मंत्री कोरोना संकट के समय में पूरी तरह से फ्लॉप साबित हुए। यह लोग घरों से बाहर नहीं निकले। कार्यालय और घरों में बैठकर सिर्फ राजनीतिक बयानबाजी करते रहे। मजदूरों को लेकर और प्रदेश में गेहूं और आर्थिक पैकेज की मांग तक भी केंद्र सरकार से नहीं कर पाए। खाचरियावास ने कहा कि राजस्थान में मजदूरों का कोई हंगामा नहीं हुआ, कोई लाठी चार्ज नहीं हुआ, कोई दुर्घटना नहीं हुई, इसका मुख्य कारण भगवान की कृपा, सरकार का मजदूरों के साथ संवेदनशीलता के साथ किया गया अच्छा कार्य है।