केन्द्र की योजना के तहत प्रदेश को खुले में शौच मुक्त (ओडीएफ) करने का दबाव इतना है कि सरकारी आदेशों व बयानों में समय सीमा भ्रमित करने वाली दिख रही है। उपखंड अधिकारी ने आदेश में कहा कि प्रदेश को 2 अक्टूबर तक ओडीएफ करना है। सोमवार को ग्रामीण विकास मंत्री राजेन्द्र राठौड़ ने मुख्य कार्यकारी अधिकारियों की बैठक में कहा था कि यह सीमा मार्च, 18 तक है। सरकार के आधिकारिक दस्तावेजों को देखें तो केन्द्र ने पूरे देश के लिए 2 अक्टूबर, 19 की सीमा तय की है, राज्य सरकार ने 18 जुलाई, 14 को विधानसभा में प्रदेश को वर्ष 2017-18 तक ही ओडीएफ करने की घोषणा कर दी थी।
प्रदेशभर के सभी 295 ब्लॉक में से अब तक 111 ही ओडीएफ घोषित और सिर्फ 37 ही सत्यापित हो पाए हैं।
जयपुर जिले में 15 ब्लॉक में तो सिर्फ 2 ही ओडीएफ घोषित हैं।
जिले में कुल 2089 में से अभी 956 गांव ओडीएफ घोषित करने शेष हैं।
मुकेश मूंड, एसडीएम, विराटनगर ——शौचालय के नाम पर वेतन रोकना गलत है। सेवा नियमों में ऐसा कोई प्रावधान नहीं है। इसका विरोध किया जाएगा।
नारायण सिंह, प्रवक्ता, अखिल राज. राज्य कर्मचारी संयुक्त महासंघ