परिवादी सरदार मल पुत्र बोदूराम जाति मौणा उम्र 63 साल निवासी छप्या ने थाना दूदू जिला जयपुर में रिपोर्ट दर्ज कराई की मैंने मेरी तीन बेटिया कालू देवी, ममता देवी, कमलेश देवी की शादी मीणो का मोहल्ला दूदू में लाल मीना के बेटों के साथ की थी। 25 मई 2022 को दोपहर में मेरी तीनों बेटियां व इनके साथ दो बच्चे जो एक चार साल का व एक 22 दिन का घर से बिना बताए कहीं चले गए। जिस पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर तलाश प्रारंभ की।
दूदू अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक दिनेश शर्मा, उप पुलिस अधीक्षक अशौक चौहान के नेतृत्व में अलग-अलग टीमें, दूदू थाना अधिकारी चेतराम डागर, मौजमाबाद थाना अधिकारी रमेश सिंह तंवर, सहित 14 टीमें गठित की गई। अन्य थानों से जाप्ता तलाश में लगाया गया। लगभग 200 अधिकारी/कर्मचारियों को लापता तीन बहनों व दो छोटे बच्चों की तलाश में लगाया गया।
रो पड़ा पूरा गांव, एक ही चिता पर 3 बहनों और 2 बच्चों का अंतिम संस्कार
सभी संदिग्धों के संबंध में गहनता से साक्ष्य प्राप्त किए गए। दूदू व आस-पास के क्षेत्रों में लगभग 500 सीसीटीवी कैमरो के फुटेज देखे गए । दूदू किशनगढ़, ममाण, बगरु व सेवा के सीसीटीवी कैमरों का अध्ययन किया गया। गुमशुदा कमलेश के गुम होने के दूसरे दिन ही डिलीवरी की तारीख होने की जानकारी मिलने पर दूदू के अलावा आस-पास के किशनगढ़, नरैना, जोबनेर फुलेरा बगरु, फागी और जयपुर शहर के समस्त अस्पतालों में इस संबंध में जानकारी की गई।
28 मई को कस्बे के एक पुराने कुंए में पांच शव तैरते हुए मिले। पुलिस ने तीन सगी बहनों सहित दो मासूम बच्चों के शव को कुएं से बाहर निकालकर पोस्टमार्टम करवाकर दाह संस्कार के लिए पीहर पक्ष को सुपुर्द किया। पीहर पक्ष की ओर से देहज और हत्या का मामला दर्ज कराया गया। जिसके बाद 28 मई को देर रात आरोपी नरसिंह पुत्र भंवरलाल मीणा (मृतका काली का पति), जगदीश उर्फ गोरुराम पुत्र भंवरलाल मीणा (मृतका ममता का पति), मुकेश मीणा पुत्र भंवरलाल मीणा (मृतका कमलेश का पति), संतोष पत्नि भंवरलाल मीणा (तीनों मृतकों की सास), मीना देवी पत्नि जितेन्द्र मीणा (तीनों मृतकों की जेठानी) को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।