दरअसल, कोरोना की तीसरी लहर के चलते इस बार अभ्यर्थियों को स्कूलों का आवंटन देरी से हुआ। जब इंटर्नशिप शुरू करने के लिए अभ्यर्थियों ने स्कूलों में जाना शुरू किया तो होली की छुट्टियां आ गई। इसके बाद स्कूलों में परीक्षाओं के चलते इनका स्कूल जाना बंद हो गया। ग्रीष्मावकाश भी इस बार समय से पहले हो गए।
ऐसे में डीएलएड प्रथम वर्ष के 25 हजार अभ्यर्थी तो 24 दिन की इंटर्नशिप जैसे-तैसे पूरी कर लेंगे, लेकिन द्वितीय वर्ष के 22 हजार अभ्यर्थियों के लिए 96 दिन स्कूलों में शिक्षण कार्य का प्रशिक्षण पूरा करना मुश्किल हो रहा है।
कोरोना की वजह से साल 2020 से डीएलएड प्रशिक्षण का टाइम फ्रेम गड़बड़ाया हुआ है। इसी वजह से इस साल इंटर्नशिप के दिन पूरे करने में दिक्कत आ रही है। अभ्यर्थी छुट्टी के दौरान फील्ड वर्क कर उन दिनों की उपस्थिति संबंधित विद्यालय से प्राप्त कर सकते हैं। अभी पूरे मामले से सरकार को अवगत करवा रहे हैं। परीक्षा आगे खिसकाने अथवा इंटर्नशिप में कुछ राहत देने का प्रयास करेंगे। - पाला राम मेवाता, पंजीयक शिक्षा विभागीय परीक्षाएं बीकानेर
अब इंटर्नशिप पूरी करेंगे तो परीक्षा प्रभावित
डीएलएड की सितंबर में परीक्षाएं शुरू हो जाती हैं। जुलाई में स्कूल खुलेंगे और अभ्यर्थी शेष दिनों की इंटर्नशिप करेंगे। तीन महीने इंटर्नशिप करेंगे तो उनकी परीक्षा को आगे खिसकाना पड़ेगा, जिससे उनका शिक्षा सत्र लम्बा खींच जाएगा। साथ ही उनकी परीक्षा की तैयारी भी प्रभावित होगी। इस परेशानी से डीएलएड अभ्यर्थियों ने शिक्षा निदेशालय को भी अवगत कराया है।
स्कूल में अध्यापन कार्य का प्रशिक्षण पूरा करना अभ्यर्थियों के लिए बना चुनौती
घर बैठे हैं अभ्यर्थी विभाग का कहना है कि छुट्टियों के दिनों में डायरी भरवाना, कार्यालय का काम सिखाना तथा सर्वे कराना आदि गतिविधियां कराते रहते हैं, लेकिन अभ्यर्थियों का कहना है कि ऐसा सभी अभ्यर्थियों के साथ नहीं होता। ज्यादातर अभ्यर्थी तो अपने घर में बैठे हुए हैं।