सतीश ने जुलाई 2019 में बेरोजगारी भत्ते के लिए आवेदन किया था। उसके आवेदन पर आपत्ति आई थी। उसे दूर करते हुए फिर से आवेदन किया, जो सत्यापित हो गया, लेकिन अभी तक अप्रूव नहीं हुआ है। एक साल से ज्यादा वक्त से उसे बेरोजगारी भत्ते का इंतजार है।
भावना साहू ने जून 2019 में बेरोजगारी भत्ते के लिए अप्लाई किया था। आवेदन अभी तक अप्रूव ही नहीं हुआ है। पूर्व में आवेदन रिजेक्ट होने पर दिसम्बर 2019 में फिर से आवेदन किया था, जो सत्यापित हुआ। गत 15 सितम्बर को अप्रूव हुआ, लेकिन पैसा मिलना शेष है।
लीला मेघवाल ने फरवरी 2019 को आवेदन भरा था, जो सात माह बाद मंजूर हुआ। करीब 10 माह तक पैसा मिला, लेकिन तीन माह से बंद हो गया। रोजगार कार्यालय से सम्पर्क किया तो पता कि रिन्यू नहीं करवाया, जबकि इसकी जानकारी उसे नहीं दी गई।
1. यदि आवेदक का नाम केन्द्र या राज्य सरकार की किसी अन्य लाभकारी योजना में पंजीकृत है। 2. आवेदक के खाते में छात्रवृत्ति, मनरेगा या और किसी सरकारी योजना का पैसा खाते में जमा होते ही।
लाभार्थियों के आवेदन मंजूर नहीं होने या पैसा मिलना बंद होने के कई कारण हैं। या तो उन्होंने रिन्युअल नहीं करावाया है या किसी योजना का पैसा उनके खाते में जमा होने से ऐसा हुआ। एही वंचित होने के बाद दोबारा आवेदन नहीं कर सकते हैं।
पेमाराम, सहायक निदेशक, रोजगार पंजीयन कार्यालय