यहां आते हैं सैलानी घूमने… दरअसल, जिले के कुचामन सिटी के स्थित इस मुक्ति धाम को दर्शनीय और एक तरह से कहे तो पर्यटन स्थल के तौर विकसित किया गया है। जिसके बाद से लोगों ने मन में इस श्मशान घाट को खौफ नहीं दिखता है। बल्कि गलती से भी अगर कोई अंजान व्यक्ति इस इलाके से पार कर भी जाए तो उसे यहां डर के बजाए यहां का सुंदर नजारा आकर्षित करने के लिए काफी है। भले ही उसे इस जगह की सच्चाई बाद में मालूम हो।
श्मशान घाट बन चुका है एक मिसाल… बता दें कि इस श्मशान घाट का नजारा किसी पर्यटक स्थल या पिकनिक स्थल से कम नहीं लगता। पहले जहां इस इलाके के पास भी गुजरने से जो लोग कतराते थे, वहां अब लोगों के साथ-साथ महिलाएं भी अक्सर घूमते-फिरते दिख जाती हैं। अपने आप में अनूठा यह मुक्तिधाम अपने डर को छोड़ एक रमणिक स्थल के लिए राजस्थान ही पूरे देश के लिए मिसाल बनकर उभरा है।
ये है पूरी कहानी… हालांकि यह पहले से ऐसा नहीं था, लेकिन एक शख्स के जुनून और जिद्द ने इसकी पूरी तस्वीर ही बदलकर रख दी। जिसके बाद उनके सपने को पूरा करने के लिए इलाके के युवा उनसे जुड़े और इस खाली पड़े और सूनसान-विरान श्मशान की पूरी तस्वीर को बदल दिया और इसे एक सुंदर पर्यटन स्थल के तौर पर एक नया रुप दे दिया। इतना ही इस घाट के चारों तरफ की सजावट और लाइटिंग भी घूमने आने वाले लोगों को खूब पंसद आता है। यहां तक उनके मन में इस जगह को लेकर कोई डर नहीं सताता है, बल्कि वो यहां का अद्भुत नजारा का आनंद लेते दिखते हैं।
स्थानीय लोगों के मुताबिक, जिस श्मशान घाट को लेकर लोगों को भय लगता था, अब वो स्थान ही यहां की पहचान बन चुकी है। जो लोग इस खास जगह के बारे में एक बार सुनते हैं, वो यहां का नजारा लेने जरुर आते हैं। इतना ही एक श्मशान का ऐसे सुंदर पार्क और दर्शनीय स्थल में तब्दील होना अपने आप में खास बात है।