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साढे आठ लाख की मोबाइल स्कैनर हुए ‘कबाड़Ó, चुनाव से दो दिन पहले ही काम करना बंद

locationजयपुरPublished: Aug 30, 2018 12:11:55 am

Submitted by:

Jaya Gupta

– फर्जी वोटिंग को रोकने के लिए मंगवाई गए मोबाइल स्कैनर मशीनें चुनाव से दो दिन पहले ही ‘कबाड़Ó में तब्दील हो गई

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साढे आठ लाख की मोबाइल स्कैनर हुए ‘कबाड़Ó, चुनाव से दो दिन पहले ही काम करना बंद

जयपुर। फर्जी वोटिंग को रोकने के लिए मंगवाई गए मोबाइल स्कैनर मशीनें चुनाव से दो दिन पहले ही ‘कबाड़Ó में तब्दील हो गई। साढे आठ लाख रुपए की कीमत से मंगवाई गई मशीनों ने बुधवार को बारिश होते ही काम करना बंद कर दिया। इसके बाद छात्र-छात्राओं को शिक्षकों व गाडर््स ने आइडी-कार्ड चैक करके ही अंदर प्रवेश दिया।
एक कार्ड स्कैन करने में लग रहा एक मिनटमोबाइल स्कैनर से एक कार्ड को स्कैन करने में लगभग एक मिनट का समय लग रहा है। कई बार स्कैन करने पर विद्यार्थियों का फॉर्म ट्रैक नहीं होता, कभी फोटो तो कभी डेटा। ऐसे में स्कैनर से दो-तीन बार स्कैन करना पड़ रहा है। ये मशीनें इंटरनेट से काम कर रही हैं। इंटरनेट की गति धीमी होने से भी स्कैनर काम नहीं कर पाता। अगर चुनाव के दिन भी एक कार्ड स्कैनर करने में एक मिनट का समय लगा तो गेट पर ही छात्र-छात्राओं की लाइन लग जाएगी।
45 हजार रुपए है एक स्कैनर की कीमतविवि ने फर्जी वोटिंग रोकने के लिए इस साल आइडी कार्ड में बार कोड लगाया है। साथ ही उन बार कोड को स्कैन करने के लिए मोबाइल स्कैनर खरीदे गए हैं। 45 हजार रुपए की कीमत वाले कुल 19 मोबाइल स्कैनर खरीदे गए हैं। यानी कि विवि ने मोबाइल स्कैनर खरीदने पर करीब 8.5 लाख रुपए खर्च किए हैं। इनमें से छह मोबाइल स्कैनर विवि गेट, चार महारानी कॉलेज व दो-दो महाराजा-राजस्थान व कॉमर्स कॉलेज में लगाए गए हैं। साथ ही एक-एक विवि कुलपति व रजिस्ट्रार के पास हैं।
31 को मतदान होगा
राजस्थान विश्वविद्यालय में 31 अगस्त को छात्र संघ चुनावों के लिए मतदान होगा। राज्य में 31 अगस्त और 10 सितंबर को दो चरणों में चुनाव हो रहे हैं। मुख्यमंत्री की राजस्थान गौरव यात्रा के कारण जोधपुर संभाग में दूसरे चरण में मतदान होगा। परिणाम 11 सितंबर को आएंगे। राजस्थान यूनिवर्सिटी छात्रसंघ चुनाव में अध्यक्ष पद पर अब 6 उम्मीदवार मैदान चुनाव में हैं।

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