वहीं, विवि परिसर में मारपीट की घटना के बाद सोमवार को एबीवीपी ने प्रदर्शन किया। आक्रोशित एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने कुलपति सचिवालय के बाहर धरना दिया और नारेबाजी की। इस दौरान कार्यालय आए कुपलति को छात्रों का विरोध झेलना पड़ा। छात्रों ने कुलपति का घेराव कर लिया। पुलिस सुरक्षा के बीच कुलपति को कार्यालय पहुंचाया गया।
इस दौरान पुलिस और कार्यकर्ताओं के बीच तनातनी हो गई। पुलिस को हल्का बल प्रयोग करना पड़ा। बाद में गुस्साए कार्यकर्ताओं ने कुलपति को चूडियां भिजवाई। इतना ही नहीं, वीसी सचिवालय के गेट पर चूडियां बांध दी गई। कुलपति के बाहर नहीं आने से आक्रोशित एबीवीपी ने छह कार्यकर्ताओंं के भूख हड़ताल करने की घोषणा कर दी।
पुलिस छाबनी बना विवि परिसरएबीवीपी कार्यकर्ताओंं से मारपीट घटना के बाद सोमवार को झगड़ा होने की आशंका को देखते हुए विवि परिसर को पुलिस बल तैनात कर दिया। दोपहर 12 बजे जहां एबीवीपी का धरना चल रहा था, वहीं सामने एनएसयूआई की ओर से एबीवीपी के लिए सदबुदिध यज्ञ रखा गया। इस दौरान दोनों संगठनों के बीच पुलिस पहरा लगा दिया गया। पुलिस ने मैन गेट कर बंद अनाधिक्रत व्यक्तियों को पकड़ा शुरू कर दिया।
क्या है मामला
एबीवीपी की ओर से छात्रों की समस्याओं के संबंध में 23 सूत्रीय मांगों को लेकर आठ दिन से धरना दिया जा रहा है। शनिवार रात को धरना दे रहे एबीवीपी कार्यकर्ताओं के साथ किन्ही लोगों ने आकर मारपीट कर दी। एबीवीपी ने एनएसयूआई पर धरना खत्म कराने के मकसद से मारपीट कराने का आरोप लगाया। मामले में एनएसयूआई के तीन कार्यकर्ताओं पर मामला दर्ज कराया गया है।
भूख हड़ताल पर रहेंगे
एबीवीपी के प्रदेश मंत्री हुश्यार मीणा ने कहा कि शांतिपूर्ण आंदोलन कर रहे एबीवीपी कार्यकर्ताओं पर हमला कर सरकार और एनएसयूआई ने हिंसा का काम किया है। हमारा आंदोलन मांगें माने नहीं जाने तक जारी रहेगा। छह कार्यकर्ता भूख हड़ताल पर रहेंगे।
अनिश्चिलकालीन धरना दिया जाएगा
एनएसयूआइ प्रवक्ता रमेश भाटी ने बताया कि छात्रहित में हम आदोंलन कर रहे हैं। एनएसयूआई की ओर से अनिश्चिलकालीन धरना दिया जाएगा।