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नए नियमों से खाली रह जाएगी पीएचडी की सीट,एमपैट परीक्षा में पास हुए सिर्फ 17 प्रतिशत विद्यार्थी

locationजयपुरPublished: May 04, 2018 11:32:36 am

Submitted by:

HIMANSHU SHARMA

2506 परीक्षार्थियों ने दी थी पीएचडी एमफिल प्रवेश परीक्षा, पास हुए सिर्फ 442 विद्यार्थी

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ldc recruitment examination process can not be completed even till the code of conduct is complete

जयपुर

राजस्थान विश्वविद्यालय में एमफिल व पीएचडी में प्रवेश के लिए हुई एमपैट परीक्षा का परिणाम जारी कर दिया गया हैं। पहली बार नए नियमों से हुई इस प्रवेश परीक्षा का परिणाम बेहद चौकाने वाला रहा है। विश्वविद्यालय के एमपैट टेस्ट में केवल 442 विद्यार्थी ही पास हो पाए हैं। जिसके चलते परीक्षा का परिणाम केवल 17.43 प्रतिशत ही रह गया हैं। पास होने वाले विद्यार्थियों में एमफिल करने वाले विद्यार्थियों की संख्या में भी शामिल हैं। 2506 परीक्षार्थियों ने एमपैट परीक्षा दी थी। एेसे में दो साल बाद यह टेस्ट आयोजित होने के बाद भी विश्वविद्यालय में पीएचडी की कई सीट खाली रहने के आसार बन गए हैं। हालांकि अभी विश्वविद्यालय की ओर से विषयवार आंकलन नहीं किया गया है लेकिन एमपैट परीक्षा से जुड़े अधिकारियों के आंकलन के अनुसार कई विषय एेसे है जिनमें अभ्यर्थियों के एमपैट परीक्षा पास नहीं करने के कारण उन विषयों में सीट खाली रह जाएगी।
यह था नया नियम

राजस्थान विश्वविद्यालय ने यूजीसी का हवाला देते हुए इस बार प्रवेश परीक्षा को नए नियम से आयोजित की थी। नियमों के अनुसार एमपैट परीक्षा में दो पेपर हुए थे। जिसमें पहले कॉमन पेपर में पास होने के लिए पचास प्रतिशत अंक लाने जरूरी थे। तभी उसे द्वितीय पेपर के लिए क्वालिफाई माना जाना थ। इस नियम के चलते अधिकतर विद्यार्थी पहला पेपर ही पास नहीं कर पाए जिससे उनके दूसरे पेपर में आए अंकों को जोड़ा ही नहीं गया।
दो साल से था इंतजार

दो साल से राजस्थान विश्वविद्यालय में पीएचडी के लिए एंट्रेस टेस्ट का आयोजन नहीं हुआ था। जिस कारण गत सत्र को जीरो सैशन घोषित कर दिया गया था। राजस्थान विश्वविद्यालय में कुल 51 विषय है जहां शोध कार्य होना है लेकिन घटती शिक्षकों की संख्या के कारण विश्वविद्यालय के 23 विषयों में पीएचडी के लिए एक भी सीट नहीं थी। जिस कारण से 28 विषय ही ऐसे है जिनमें विद्यार्थी पीएचडी कर सकेंगे। इन सभी में कुल 298 सीट पीएचडी की थी।
सोमवार तक सभी विषयों के अनुसार परिणाम जारी किया जाएगा। कुल विद्यार्थी 442 ही पास हुए हैं।
प्रो.दीपक भटनागर,कन्वीनर, एमपैट

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