गौरतलब है कि पदोन्नति के लिए शिक्षक पिछले करीब आठ वर्षों से संघर्ष कर रहे थे। इस दौरान कई बार उन्होंने यूनिवर्सिटी में धरने—प्रदर्शन भी किए, लेकिन उनकी सीएएस प्रक्रिया लंबित ही रही। ऐसे में बुधवार को उच्च शिक्षा मंत्री के निवास पर सुबह से ही बड़ी संख्या में शिक्षक एकत्रित हो गए और जैसे ही उन्होंने पदोन्नति प्रक्रिया पूरी करने संबंधी घोषणा की तो शिक्षकों ने माला पहनाकर उनका स्वागत किया।
पदोन्नति प्रक्रिया की लंबित मांग पूरी नहीं होने पर पिछले साल दिसंबर के महीने में आयोजित हुए दीक्षांत समारोह का भी शिक्षकों ने बहिष्कार किया था। इसके कारण शिक्षक दीर्घा में रखी कुर्सियां भी उस दौरान खाली ही पड़ी रही थी।