राजस्थान विश्वविद्यालय होगा प्लास्टिक मुक्त, लेकिन बगैर संसाधन सिर्फ जगरुकता से ही करेंगे कचरे का निस्तारण
जयपुरPublished: Oct 05, 2019 09:06:36 am
कचरा निस्तारण करने के विश्वविद्यालय के पास संसाधन ही नहीं
After sitting the inquiry, the vice chancellor said that no matter ho
जयपुर
राजस्थान विश्वविद्यालय को भी प्लास्टिक से मुक्त करने के लिए अभियान चलाया जाएगा। जिसके तहत प्लास्टिक का उपयोग विश्वविद्यालय में बंद करने को लेकर जागरुकता अभियान चलाया जाएगा। यह अभियान विश्वविद्यालय के संघटक राजस्थान,कॉमर्स,महाराजा,महारानी,लॉ कॉलेज और पीजी के विभागों में चलाया जाएगा। जिसमें कैंपस को प्लास्टिक मुक्त बनाने के लिए विद्यार्थियों और यहां के कर्मचारियों को जागरुक किया जाएगा। इसके साथ ही प्लास्टिक के कचरे का निस्तारण भी किया जाएगा लेकिन कचरे का यह निस्तारण भी सिर्फ जागरुकता से ही होगा। क्योकि विश्वविद्यालय के पास कचरा निस्तारण के कोई संसाधन नहीं हैं। दरअसल विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार ने विश्वविद्यालय के सभी महाविद्यालयों और विभागों को प्लास्टिक मुक्त बनाने के निर्देश दिए है। इसके लिए यहां पर जागरुकता अभियान चलाया जाएगा।जिसमें बताया जाएगा कि प्लास्टिक के प्रयोग से कैसे पर्यावरण को नुकसान पहुंचता है और प्लास्टिक काम में ली जानी वाली वस्तुओं का विकल्प क्या हो सकता हैं। वहीं विश्वविद्यालय में प्लास्टिक के कचरे का निस्तारण कैसे किया जाना है इसके लिए भी जागरुकता अभियान चलेगा लेकिन कचरे का निस्तारण कैसे होगा यह अभी तक तय नहीं किया गया है क्योकि निस्तारण के लिए विश्वविद्यालय के पास खुद का संसाधन नहीं हैं।
जगह जगह फैला है प्लास्टिक
विश्वविद्यालय कैंपस में जगह जगह प्लास्टिक की थैलियां और बोतल फैली हुई है। क्योकि यहां पर रोजाना हजारों की संख्या में विद्यार्थी आते है और वह खाने पीने की वस्तुओं के साथ ही अन्य जरुरतों का सामान के लिए प्लास्टिक का उपयोग करते है। यहां तक की विभागों में भी प्लास्टिक की बोतल में पानी पीते है तो विश्वविद्यालय की कैंटीन के आसपास पैकिंग खान पान की वस्तुओं से निकलने वाले प्लास्टिक का कचरा तक फैला हुआ है। अब इस सबका निस्तारण केवल विश्वविद्यालय जागरुकता अभियान से ही करेगा।