पिछले एक साल से कोविड के कारण मानसिक, शारीरिक आर्थिक रूप से तनाव और अवसाद का सामना कर रहे आमजन की मदद अब राजस्थान विवि प्रशासन करेगा। जानकारी के मुताबिक विवि के मनोविज्ञान विभाग से जुड़े शिक्षक न केवल विद्यार्थियों बल्कि कोविड के मरीजों के साथ उनके परिजनों के साथ आमजन में कोविड के इस दौर में पनप रहे अवसाद को दूर करने में मदद करेंगे। इसके लिए मनोविज्ञान विभाग में एक सेल का गठन किया जाएगा जिसमें शिक्षक ऑनलाइन काउसंलिंग करेंगे। इसी प्रकार विवि के होमसाइंस विभाग की टीम न्यूट्रिशियन से संबंधित समस्याओं का निदान करने का प्रयास करेगी। देखने में आया है कि गत एक साल पूर्व कोविड शुरू होने के बाद से ही खान पान को लेकर लोगों में विभिन्न प्रकार की भ्रातियां पैदा हो रही हैं। आए दिन सोशल मीडिया पर मैसेज भी वायरल होते हैं। विवि की होमसाइंस विभाग के शिक्षक इस संबंध में आमजन को सही गाइड करेंगे।
वेबसाइट पर कोविड संबंधी सभी जानकारी
इतना ही नहीं विवि की वेबसाइट पर कोविड संबंधी सभी जानकारी देने के प्रयास भी किए जाएंगे। राजधानी जयपुर के अस्पताल, बेड और ऑक्सीजन आदि की सुविधा आदि की पूरी जानकारी इस वेबसाइट पर दी जाएगी साथ ही कोविड से बचाव संबंधी जानकारी भी उपलब्ध करवाई जाएगी।
विवि के शिक्षकों और कार्मिकों के साथ ऑनलाइन बैठक में कई अच्छे प्रस्ताव सामने आए हैं। शिक्षकों ने साइकोलॉजिकल और न्यूट्रिशियन से संबंधित समस्याओं के निदान के लिए प्रस्ताव दिए हैं। कुछ आरटीपीसीआर भी हमारे पास हैं,जिनका उपयोग किया जा सकता है। हम प्रयासरत हैं कि उच्च शिक्षामंत्री ने शिक्षण संस्थाओं से मदद के लिए आगे आने का आह्वान किया है उस पर हम खरे उतर सकें।
प्रो. राजीव जैन, कुलपति,
राजस्थान विवि