विभाग के उदयपुर स्थित मुख्यालय में आलाधिकारी हवाईयात्रा के टैंडर की जानकारी पर एक दूसरे पर पल्ला झाड़ते हुए नजर आए। फिलहाल नया साल शुरू होने में डेढ़ महीना और वित्तीय वर्ष को पूरा होने में पांच महीने हैं। ऐसे में हवाई यात्रा करवाना विभाग के लिए एक चुनौती से कम नहीं होगा। विभागीय अधिकारी घोषणा के बावजूद इस ओर रुचि नहीं दिखा रहे। बीते साल भी हवाई यात्रा के टिकट ज्यादा होने के कारण कई यात्रियों को आनन-फानन में विभाग ने रेल से भेजा था।
देवस्थान विभाग की ओर से दूसरी रेल 1000 यात्रियों को लेकर रामेश्वरम् के लिए शुक्रवार को रवाना होनी थी, लेकिन निकाय चुनाव के चलते ट्रेन कुछ दिनों के लिए स्थगित कर दी है। संभावित है कि रिशेड्यूल से 22 नवंबर को ट्रेन बीकानेर से रवाना होगी।
नेपाल मेें पशुपतिनाथ काठमांडू सर्किट में तीर्थ यात्रियों ने सबसे ज्यादा आवेदन किया है। आंकड़ों के मुताबिक यहां जाने के लिए 29746 से ज्यादा बुजुर्गों ने इच्छा जताई है। गंगासागर, दक्षिणेश्वर काली वेलूर मठ कोलकाता सर्किट में यात्रियों को कोलकाता तक हवाई मार्ग और वहां से आगे बस के माध्यम से ले जाया जाएगा। वहीं, इस साल कुल 1,06,900 यात्रियों ने तीर्थ यात्रा पर जाने की इच्छा जताई। राजधानी के 13010 यात्रियों ने हवाई-रेलयात्रा के लिए आवेदन किया।
-अजयसिंह राठौड़, संयुक्त शासन सचिव, देवस्थान विभाग