script

नेता प्रतिपक्ष कटारिया ने क्यों कहा प्रदेश की नौकरशाही से — कुछ तो शर्म आती होगी::::::इस खबर से जाने क्या है पूरा मामला

locationजयपुरPublished: Feb 29, 2020 09:58:11 am

Submitted by:

PUNEET SHARMA

राजस्व और जिला प्रशासन की मांगों पर शुक्रवार को विधान सभा में बोलते हुए नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया प्रदेश की नौकरशाही पर जम कर बरसे। कटारिया ने कहा कि कहा कि प्रदेश की 70 प्रतिशत आबादी का काम कलक्टर और संभागीय आयुक्त से पड़ता है। लेकिन आज सभी विधायकों ने राजस्व मामलों की स्थिति बयां की। लेकिन यहां न तो मुख्य सचिव हैं और जिला कलक्टर है और न ही राजस्व सचिव

नेता प्रतिपक्षकटारिया ने क्यों कहा प्रदेश की नौकरशाही से — कुछ तो शर्म आती होगी::::::इस खबर से जाने क्या है पूरा मामला

नेता प्रतिपक्षकटारिया ने क्यों कहा प्रदेश की नौकरशाही से — कुछ तो शर्म आती होगी::::::इस खबर से जाने क्या है पूरा मामला

जयपुर।
राजस्व और जिला प्रशासन की मांगों पर शुक्रवार को विधान सभा में बोलते हुए नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया प्रदेश की नौकरशाही पर जम कर बरसे। कटारिया ने कहा कि कहा कि प्रदेश की 70 प्रतिशत आबादी का काम कलक्टर और संभागीय आयुक्त से पड़ता है। लेकिन आज सभी विधायकों ने राजस्व मामलों की स्थिति बयां की। लेकिन यहां न तो मुख्य सचिव हैं और जिला कलक्टर है और न ही राजस्व सचिव। हम क्या यहां सुबह से झक मरा रहे हैं। फिर कैसे पता चलेगा कि जिलों में इन्होंने क्या क्या किया है। अफसरों को कुछ तो शर्म आती होगी। कटारिया ने कहा कि आइएएस और आइएपीएस के कार्य का मूल्यांकन होना चाहिए। आप और हम सब भुगत चुके हैं। अधिकारी हमारे फोन तक नहीं उठाते है। इनके सामने गरीब जनता भिखमंगे की तरह हाथ जोड़ कर खड़ी रहती है। इनको लगता है कि हमारा बाल भी बांका नहीं होगा। हम कमजोर हैं नहीं तो इनकी नाक रगड़वा सकते हैं। ये लोकतंत्र का अपमान नहीं है तो क्या है। एक जिले में एसपी और कलक्टर अच्छे व्यक्ति लगा दो जिला चमन हो जाएगा। आज अगर यहां मुख्य सचिव बैठे होते तो अच्छा होता। अगली बार यहां अलग से कुर्सियां लगाई जाएं जिससे कलक्टर भी देख सकें कि राजस्व मामलों की क्या स्थिति है।
जन प्रतिनिधियों का अपमान
कटारिया ने कहा कि आज जन प्रतिनिधियों का अपमान हो रहा है। कलक्टर के कमरे के बाहर जन प्रतिनिधि डेढ़ घंटे तक इंतजार करते रहते है। इस स्थिति में एक व्यक्ति लज्जित नहीं हुआ है, पूरा लोकतंत्र लज्जित हुआ है। कलक्टर,एसपी और संभागीय आयुक्त एक दिन तय कर दें कि वे जन प्रतिनिधि से कब मिल सकते हैं। अफसरों को लगता है कि चाबी हमारे पास है। अगर हम बेइमान हैं तो हमारे खिलाफ कार्यवाही हो। ये कैसा नक्शा बना दिया है राजस्थान का।
ऐसा तुम्हारे साथ हो तो तुम्हारे बच्चों की दशा क्या होगी
कटारिया ने कर्मचारियों के कार्मिक विभाग में वर्षों से चल रहे १६सीसीए के मामलों को लेकर भी प्रदेश की नौकरशाही पर जम कर बरसे। कटारिया कहा कि कर्मचारी सेवानिवृत होकर घर चला जाता है लेकिन उसकी पेंशन नहीं बनती है न उसके बच्चों को पेंशन मिलती है। नौकरशाही उसकी फाइल को पटके रखती है। क्या दिक्कत है उसके बच्चों को नौकरी देने में। अगर तुम्हारे साथ ऐसा हो जाए तो मुम्हारे बच्चों की दशा क्या होगी।
छोटा कर्मचारी होता तो बलि का बकरा बना देते
कटारिया ने कहा कि बडे बडे अधिकारी जिनके खिलाफ आय से अधिक संपत्ति के मामले दर्ज हैं उनके खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं हुई। अगर कोई छोटा कर्मचारी होता तो उसे कभी का बलि का बकरा बना दिया जाता। कई फाइलों में लिखा है कि अधिकारी को फील्ड पोस्टिंग मत दो लेकिन वे आज भी फील्ड़ पोस्टिंग पर तैनात हैं।

ट्रेंडिंग वीडियो