उन्होंने कहा कि भगवान के लिए राजस्थान को अवैध शराब से बचाइए। राठौड़ ने कहा कि ऐसा कोई वर्ष नहीं है, जिसमें जहरीली शराब से कोई जान नहीं जाती। भीलवाड़ा के मामले में कीटनाशक और नींद की गोलियों तक पाई गईं। जब तक नकेल नहीं कसी जाएगी, तब तक ये दुखांतिकाएं होती रहेंगी।
आबकारी विभाग ने एक सप्ताह तक चले अभियान में 33 लाख लीटर से ज्यादा वॉश नष्ट किया गया। 2682 अवैध शराब की भट्टियां नष्ट की। ऐसा अवैध काम धड़ल्ले से चल रहा है। तीन साल से शराब में लिप्त परिवारों का कोई सर्वे नहीं हुआ है। पूर्व में हुए एक सर्वे में 18 जिलों के 70 हजार परिवार इस धंधे में लिप्त पाए गए थे।
लगातार कर रहे हैं कार्रवाई
संसदीय कार्य मंत्री शांति धारीवाल ने राठौड़ के जहरीली शराब से जुड़े सवाल के जवाब में कहा कि जहरीली शराब मामलों को लेकर 10 फरवरी से लगातार कार्यवाही कर नकली शराब के 220 प्रकरण दर्ज किए गए और 202 लोगों को गिरफ्तार किया गया। कार्यवाही के दौरान 2019 लीटर हथकड़ शराब जब्त करने के साथ 58 हजार 495 लीटर वॉश नष्ट की गई एवं 296 भट्टियां तथा 5 चालू भट्टियां भी नष्ट की गईं। भरतपुर वाले मामले में आबकारी विभाग के 15 अधिकारी-कर्मचारियों को और तीन पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया है, साथ ही नकली शराब बनाने में लिप्त 9 लोगों के साथ चार पुलिसकर्मीयों को भी गिरफ्तार किया गया है।