कल्ला प्रश्नकाल में इस संबंध में विधानसभा में ( Rajasthan Legislative Assembly ) विधायकों की ओर से पूछे गए पूरक प्रश्नों का जवाब दे रहे थे। उन्होंने बताया कि उच्च न्यायालय के निर्देशानुसार बांध ( Dam ) के कैचमेंट एरिया में दो मीटर से अधिक तीन मीटर, चार मीटर, पांच मीटर एवं ढाई मीटर तक की ऊंचाई वाले सभी एनिकटों को हटा दिया गया है। दो मीटर तक की ऊंचांई वाले एनीकटों को भी हटाने की मांग पर कहा कि क्षेत्र के ग्रामवासियों के अनुसार दो मीटर के एनीकट से कोई रूकावट नहीं बल्कि क्षेत्र के कुओं में पानी बढ़ता है।
उन्होंने बताया कि अच्छी वर्षा होने पर दो मीटर वाले एनीकट से रामगढ़ बांध में पानी भरने में कोई रूकावट नहीं बनेंगे। उन्होंने यह भी अवगत कराया कि दो मीटर वाले एनीकट हटाने में काफी दिक्कतें आई हैं। क्षेत्र में हटाए गए अतिक्रमण के 636 मामलों में 244 हेक्टेयर भूमि अतिक्रमण से मुक्त करा ली गई है। 732 मामले रेफरेन्स के आए जिन्हें राजस्व मण्डल को भेजा गया। इन मामलों में 160 निर्णित हो गए तथा 158 मामलों की पालना कर दी गई है। उन्होंने बताया कि रेफरेंस के जैसे-जैसे मामले आएंगे, उनपर तत्काल कार्रवाई की जाएगी।
इससे पहले विधायक रफीक खान के मूल प्रश्न के जवाब में उन्होंने बताया कि जयपुर जिले के रामगढ़ बांध को पुनर्जीवित किए जाने के लिए बांध के कैचमेंट में वर्षा के पानी का आंकलन करने के लिए पांच रेनगेज स्टेशन स्थापित किए गए हैं। बांध के कैचमेंट में अतिक्रमणों, नदी नालों पर जमीन आंवटन से संबंधित रेफरेंस प्रकरणों की सख्त निगरानी के निर्देशों की अनुपालना में जिला स्तर पर जिला कलक्टर की अध्यक्षता में गठित कमेटी की ओर से की जा रही है तथा चंबल बेसिन में उपलब्ध अधिशेष जल को न्यून जल उपलब्धता वाले अन्य बेसिनों में अपवर्तित करने की योजना राजस्थान पूर्वी नहर की डीपीआर केन्द्रीय जल आयोग, नई दिल्ली के अंतर्गत परीक्षणाधीन है। इस योजना में रामगढ़ बांध में भी पानी अपवर्तित किया जाना प्रस्तावित है। इस योजना के परीक्षण, स्वीकृति एवं बजट उपलब्धतानुसार कार्य कराया जाना प्रस्तावित है।
उन्होंने बताया कि रामगढ़ बांध के भराव क्षेत्र में कोई एनीकट स्थित नहीं है परंतु बांध के कैचमेंट क्षेत्र में वर्ष 2011-12 की सर्वे रिपोर्ट के अनुसार कुल 415 जल संग्रहण ढांचे बने हुए हैं, जिनमें विभाग की ओर से निर्मित कुल 35 एनीकटों में से जो 2.0 से अधिक ऊंचाई में थे, उनको तोड़ा जाकर उच्च न्यायालय की पालना में 2.0 ऊंचाई तक सीमित कर दिए गए हैं। उपयोगिता के मध्य नजर इनको हटाया जाना प्रस्तावित नहीं है।