जयपुर

अपराध पर डीजी का बचकाना बयान कोर्ट में बना मजाक

Rajasthan Vidhansabha में Monday को lidar opogition Gulabchand Katariya ने कहा कि Rajasthan में Law and Order की विफलता के कारण हर तरह के Crime में लगातार वृद्धि होती जा रही है। DG ने Court में यह स्वीकार तो किया है साथ यह भी कहा कि Sweden में अपराध 56 प्रतिशत है, जिससे हम बहुत कम हैं। अपराध पर एक वरिष्ठ अधिकारी का एेसा बचकाना Statement यह दिखाता है कि अपराधों को रोकने के लिए Police कितनी गंभीर है।

जयपुरJul 22, 2019 / 06:47 pm

Anil Chauchan

भाजपा विधायक के सवाल पर विधानसभा में बोली कांग्रेस सरकार: केडीएल को राजस्थान से भगाने का नहीं है विचार

जयपुर . राजस्थान विधानसभा ( rajasthan vidhansabha ) में सोमवार ( Monday ) को नेता प्रतिपक्ष ( lidar opogition ) गुलाबचंद कटारिया ( gulabchand katariya ) ने कहा कि प्रदेश ( Rajasthan ) में कानून व्यवस्था ( Law and Order ) की विफलता के कारण हर तरह के अपराधों ( Crime ) में लगातार वृद्धि होती जा रही है। डीजी ( DG ) ने न्यायालय ( Court ) में यह स्वीकार तो किया है साथ यह भी कहा कि स्वीडन ( Sweden ) में अपराध 56 प्रतिशत है, जिससे हम बहुत कम हैं। अपराध पर एक वरिष्ठ अधिकारी का एेसा बचकाना बयान ( Statement ) यह दिखाता है कि अपराधों को रोकने के लिए पुलिस ( Police ) कितनी गंभीर है।

कटारिया विधानसभा में न्याय प्रशासन, आबकारी, पुलिस और कारागार की अनुदान मांगों पर चर्चा के दौरान बोल रहे थे। उन्होंने पुलिस अधिकारियों की कार्यशैली पर कई सवाल खड़े किए। उन्होंने सदन को बताया कि एनसीपीबी की रिपोर्ट के अनुसार राजस्थान हत्या के मामले में 10वें, बलात्कार में चौथे, डकेती में ९वें, दहेज मृत्यु में 5वें व लूट में 5 वें स्थान पर है। नाबालिक बच्चियों से जबरदस्ती के मामलों में भी लगातार इजाफा हुआ है।

गुलाबचंद कटारिया भी अपने बच्चे को नहीं बना सकता कांटेबल -:
कटारिया ने कहा कि भाजपा सरकार ने पांच साल में पहली बार कांस्टेबल भर्ती प्रक्रिया में बेहद पारदर्शिता बरती है। खुद गुलाबचंद कटारिया हो या फिर एसपी, वह भी पीछे के रास्ते से अपने बच्चे को कांटेबल की नौकरी नहीं दिलवा सकता है। भर्ती प्रक्रिया में सुधार की जरूरत है ताकि किसी का हक नहीं मारा जाए।

प्रमोशन का सिस्टम ठीक करो -:
कटारिया ने कहा कि एक व्यक्ति परीक्षा देकर कांस्टेबल बनता है। बाद में 28 साल तक वह कांस्टेबल ही बनकर रहता है। जबकि इसके विपरीत एक डीएसपी डीआईजी तक पहुंच जाता है। यह भेदभाव दूर होना चाहिए। कांटेबल के 50 प्रतिशत पदों को सीनियरटी से तथा 50 प्रतिशत पदों को लिखित परीक्षा देकर भरा जाना चाहिए।

भाजपा सरकार ने बड़े अधिकारियों पर कसा शिकंजा -:
कटारिया ने कहा कि भाजपा सरकार ने अपराध में लिप्त छोटे और बड़े सभी अधिकारियों पर कार्रवाई की। खान प्रकरण में सचिव स्तर के वरिष्ठ आईएएस को गिरफ्तार किया। चिकित्सा विभाग में हुए घोटाले में निरज के. पवन आईएएस को पकड़ा। एेसे ही कई घोटालों में अन्य पुलिस व आईएएस स्तर के अधिकारियों कार कार्रवाई की। करीब 109 अधिकारियों कर्मचारियों को भ्रष्टाचार के आरोप में सेवा मुक्त किया।
 
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