बदले जाएंगे 15 लाख से ज्यादा पानी के बंद मीटर, जयपुर में भी 40 प्रतिशत मीटर बंद
प्रदेश में जलदाय विभाग नई मीटर पॉलिसी लाने की तैयारी कर रहा है। इसके तहत वर्षों से बंद 15 लाख से ज्यादा पानी के मीटरों को बदला जाएगा। बंद मीटरों से विभाग को सालाना करोड़ों रुपए के राजस्व का नुकसान हो रहा है।

जयपुर। प्रदेश में जलदाय विभाग नई मीटर पॉलिसी लाने की तैयारी कर रहा है। इसके तहत वर्षों से बंद 15 लाख से ज्यादा पानी के मीटरों को बदला जाएगा। बंद मीटरों से विभाग को सालाना करोड़ों रुपए के राजस्व का नुकसान हो रहा है।
नई मीटर पॉलिसी को लेकर जलदाय विभाग के अफसरों ने मंगलवार को जलदाय विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव सुधांश पंत के समक्ष प्रजेंटेशन दिया। इसमें अफसरों ने बंद मीटर बदलने के लिए ऑटोमेटेड और मेग्नेटिक मीटर के विकल्प रखे। साथ ही वर्तमान में चालू मीटरों की स्थिति और बंद मीटरों से हो रहे राजस्व नुकसान के बारे में बताया।
प्रजेंटेशन के बाद एसीएस पंत ने अफसरों को दोनों विकल्पों के साथ वित्त विभाग को प्रस्ताव भेजने के निर्देश दिए। बंद मीटर को बदलने के लिए उपभोक्ताओं से किसी तरह का कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा। नए मीटर लगने के बाद पेयजल उपभोक्ता पानी की बचत को लेकर संवेदनशील होंगे। प्रदेश में वर्तमान समय में 30 लाख से ज्यादा पेयजल उपभोक्ता हैं।
जिले में 5.50 लाख पेयजल कनेक्शन
जयपुर में वर्तमान समय में 5.50 लाख पेयजल कनेक्शन हैं और 40 प्रतिशत मीटर वर्षों से बंद हैं। इसमें कहीं औसत तो कहीं बिल ही नहीं आ रहे हैं। इससे विभाग को भी नुकसान हो रहा है। चरणबद्ध तरीके से सभी 5.50 लाख मीटरों को बदला जाएगा।
पायलट प्रोजेक्ट के तहत स्मार्ट मीटर लगाने की तैयारी
जवाहर नगर स्थित 6 हजार घरों में स्मार्ट मीटर लगाने की तैयारी है। उपभोक्ता को स्मार्ट मीटर शाम को बताएगा कि दिनभर में कितने लीटर पानी का उपभोग किया गया है।
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