परंतु अगस्त में लगातार बारिश हाेने से आंकड़ा इस बार 545.74 मिमी तक पहुंच पाया। यहां 25 जून काे मानसून के प्रवेश के बाद 95 दिन के इस सीजन में केवल 34 दिन मानसून बरसा। अब बदलते मौसम के साथ ही आमजन को खास ध्यान देने की जरूरत है। आगामी दिनों में सर्दी का सीजन शुरू होगा, इससे तापमान में भी बदलाव देखने को मिलेगा। मौसम विभाग के मुताबिक ज्यादातर जगहों पर अब मौसम शुष्क रहेगा।
राजधानी की बारिश का गणित :
राजधानी जयपुर में बीते छह साल में केवल एक बार सामान्य से अधिक बारिश दर्ज की गई है। मौसम विभाग के मुताबिक 2019 में 688.92 मिमी बारिश हुई, जाेकि सामान्य से 37 फीसदी ज्यादा थी। इसके अलावा 2015 और 2016 में सूखा पड़ा, वहीं तीन बार 2016, 2018, 2020 में मानसून सामान्य रहा। माैसम विभाग के मुताबिक जारी आंकड़ें में राजधानी में 561 एमएम और जलसंसाधन विभाग के अनुसार 545 एमएम. बारिश हुई। जल संसाधन विभाग के आंकड़ाें में सबसे ज्यादा बारिश जेएलएन मार्ग 922 मिमी सबसे ज्यादा मापी गई।
चूरू का तापमान 40 डिग्री पार:
मानसून की विदाई का क्रम जारी रहने के साथ ही सूर्यदेव के तेवर लगातार तीखे होते जा रहे हैंं। तापमान बढ़ने के साथ ही गर्मी और उमस से आमजन को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। बुधवार सुबह भी तापमान में 30 डिग्री सेल्यियस तक पहुंच गया। वहीं बीते दिन का तापमान 36.8 दर्ज किया गया। प्रदेश में सबसे गर्म चूरू रहा, यहां तापमान 40.2 डिग्री सेल्यियस दर्ज किया गया। बीकानेर का 38.2, श्रीगंगानगर का 38.9, पिलानी का 38.5, बीकानेर का 38.2 डिग्री सेल्यियस तापमान दर्ज किया गया।
यहां बरसे आज सुबह तक मेघ :
विदाई के आखिरी दौर में मानूसन एक बार फिर मेवाड़ अंचल में मेहरबान होता हुआ दिख रहा है। बीते 24 घंटे में आज सुबह तक विभिन्न जगहों पर तेज बारिश दर्ज की गई। इसमें उदयपुर के मावली में 75, वल्लभनगर में 128 एमएम, ऋषभदेव में 57 एमएम बारिश दर्ज की गई। इसके अलावा चितौड़गढ़ जिले में सात से ज्यादा जगहों पर 70 एमएम, भीलवाड़ा के सहदा में 19 एमएम, डूंगरपुर के गणेशपुर में 18 एमएम, रामगंजमंडी में 16 एमएम, प्रतापगढ़ में 33 एमएम, सिरोही जिले में 60 एमएम बारिश दर्ज की गई।