मानसून विदाई से पहले सोमवार को राजधानी पर एक बार फिर मेघ मेहरबान हुए। दोपहर को करीब डेढ़ घंटे तक पूरे शहर में जोरदार बारिश हुई। दरअसल, सुबह से ही आसमान में बादल छाए हुए थे। दोपहर 2 बजे के आसपास घटाएं और काली हो गई। इस दौरान उमस भी बढ़ गई। कुछ देर बाद ही तेज हवा चलने के साथ बारिश शुरू हुई। करीब डेढ़ घंटे तक चली बारिश के बाद तापमान 10.6 डिग्री लुढक गया। जिससे ठंडक़ का अहसास होने लगा। हालांकि, इस दौरान शहर के कई हिस्सों में पानी भर गया। कई मुख्य सडक़ पानी से लबालब दिखी। मौसम विभाग के अनुसार जयपुर-अजमेर के ऊपर साइक्लोन सिस्टम विकसित होने के कारण बारिश हुई। यह सिस्टम करीब 3-4 घंटे तक बना रहा। जिसके चलते जयपुर में 17 मिमी बारिश हुई।
शारदीय नवरात्र के पहले दिन 29 नवम्बर को भी शहर में बारिश हुई थी, वहीं नवरात्र के आखिरी दिन नवमी को भी मानसून मेहरबान रहा। इंद्र देव ने नवरात्र की विदाई मेघ बरसा कर की।
तेज हवा और बारिश के चलते तापमान गिर गया और मौसम में ठंडक हो गर्ई। दोपहर तीन बजे जहां तापमान 32.6 डिग्री रिकॉर्ड किया गया था। वहीं, तापमान 4 बजे गिरकर 22 डिग्री पर पहुंच गया। एक साथ 10.6 डिग्री की गिरावट के चलते लोगों ने घरों में एसी-कूलर बंद कर दिए। शाम के समय लोगों ने ठंड महसूस की।
अक्टूबर माह में भी प्रदेश के कई इलाकों में मानसून ( Monsoon ) सक्रिय है और बारिश से नदियों में पानी का बहाव तेजी से हो रहा है। वहीं दूसरी तरफ बीसलपुर डेम ( Bisalpur Dam ) में भी पानी की आवक लगातार बनी हुई है। हालांकि अब डेम में पानी की आवक की रफ्तार कुछ धीमी हो गई है लेकिन फिर भी डेम ओवरफ्लो होने पर पानी की निकासी की जा रही है। आज सुबह डेम के खुले एक गेट की उंचाई आधा मीटर से घटकर 0.25 मीटर कर दी गई है। पानी की डेम में कम आवक के कारण खोले गए एक गेट की उंचाई आज घटाई गई वहीं डेम से छोड़े जा रहे पानी की मात्रा भी अब 1502 क्यूसेक ही रह गई है।