बीकानेर. ठुकरियासर. गांव सहित आसपास के बुधवार दोपहर बाद बारिश व ओलावृष्टि ने किसानों के अरमानों पर पानी फेर दिया है। खेतों में इस समय सरसों, चना, गेहूं, जौ, इसबगोल आदि की फसल पकाव पर है और किसान कटाई का कार्य शुरू कर चुके हैं लेकिन पिछले दो-तीन दिन से बादलों को देखकर किसान चिंतित है। बुधवार को तेज बारिश के साथ हुई ओलावृष्टि से कई गांवों में फसलें चौपट हो गई।
बारिश के साथ गिरे ओले
अजमेर. जिले में एक बार फिर मौसम तंत्र गड़बड़ा गया। अजमेर शहर में बुधवार अपराह्न 3 बजे बाद अचानक काले बादल छाये और तेज हवाओं के साथ करीब पांच मिनट तक बूंदाबांदी हुई। वहीं जिले के देवमगरी और देरांठू में चने व बेर के आकार के ओले गिरे। रामसर में करीब 15 मिनट तक बरसात हुई। वहीं जिले के मसूदा, भिनाय, कादेड़ा, बिजयनगर में भी बारिश हुई। बारिश के दौरान चली हवाओं से घरों व दुकानों के बाहर लगे चद्दर व टीन-टप्पर उड़ गए। ओले व बारिश से सरसों व चने की फसल को नुकसान पहुंचा।
हाड़ौती में मौसम ने पलटा खाया, शाम को बूंदाबांदी
कोटा. हाड़ौती संभाग में बुधवार शाम मौसम ने पलटा खाया। शाम करीब चार घने बादल छाए और थोड़ी देर बाद रिमझिम बारिश शुरू हो गई। इससे मौसम में ठंडक घुल गई। कोटा में शाम को छितराई बारिश हुई। बेमौसम बारिश से किसानों में चिंता की लहर दौड़ गई। तेज हवाओं से कई जगह खेतों में खड़ी फसलें आड़ी पड़ गईं। किसानों ने नुकसान की आशंका जताई है।
अंधड़ व बरसात के साथ गिरे ओले, गिरा तापमान
सीकर में मौसम फिर बदल गया। शहर व आसपास के इलाके में दोपहर बाद पहले तो अचानक बूंदाबांदी हुई बाद में अचानक तेज अंधड़ के साथ बरसात व ओले गिरने शुरू हो गए। करीब 10 से 20 मिनट तक इस दौरान चने के आकार के ओले गिरे। अचानक बदले मौमस से तापमान में गिरावट दर्ज हुई। बिगड़े मौसम से किसानों की चिंता बढ़ गई। कई जगह तेज अंधड़ ने खड़ी फसल को पसार भी दिया। कृषि विशेषज्ञों के अनुसार जिले में फसल कटाई का काम चल रहा है। ऐसे में प्रभावित क्षेत्र में फसलों में नुकसान हुआ है।