मौसम में बदलाव का सिलसिला यहीं नहीं थमा है मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक आने वाले चार से पांच दिनों में देश के लगभग सभी भागों में गरज और बारिश होगी। बंगाल की खाड़ी और अर्ब सागर से अधिक तापमान के साथ आ रही नमी के कारण देश-प्रदेश में कई हिस्सों में बारिश होगी। जबकि उत्तर पश्चिमी भारत में धूल भरी आंधी और तेज हवाएं चलने की आशंका है।
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झालावाड़ में बारिश से किसानों के माथे पर चिंता (Weather in Jhalawar) झालावाड़ जिले में शाम को कई क्षेत्रों में बारिश हुई। इससे किसानों के माथे पर चिंता के बादल मंडरा गए। हालांकि सरसो सहित अन्य फसलें किसान निकाल चुके हैं। लेकिन अभी कुछ क्षेत्रों में किसान गेंहू व प्याज की फसल निकालने में लगे हुए है। ऐसे में जिले में सोमवार रात व मंगलवार दिन में हुई बारिश ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है। जिले में कड़कड़ाके की बिजली के साथ कई क्षेत्रों में बारिश हुई है। जिले में रायपुर में बेर के आकार के भी ओले गिरे, तो सुनेल में तेज हवाओं के साथ शुरू हुई बारिश से कुछ समय के लिए बाजार में अफरा-तफरी मच गई।
हालांकि बारिश होने से तापमान में गिरावट आई, ठंडी हवा चलने से लोगों ने गर्मी से राहत महसूस की। मंगलवार को जिले के अधिकतम तापमान में 6 डिग्री की कमी दर्ज की। मंगलवार को जिले का अधिकतम तापमान 33 व न्यूनतम 19 डिग्री रहा। इस दौरान मनोहर थाना क्षेत्र के समरोल गांव में खेत पर अपनी मां के साथ दो बच्चों पर आकाशीय बिजली गिर गई। जिससे मौके पर ही दोनों की मौत हो गई।
जैसलमेर में 3 दिन से धूलभरी हवा, आज हुई बारिश (Weather in Jaisalmer) जैसलमेर जिले के मोहनगढ़ क्षेत्र में पिछले तीन दिन से धूल भरी हवाओं का दौर जारी है। जिसके चलते ग्रामीण जनजीवन अस्त व्यस्त नजर आने लगा है। मंगलवार को भी तेज हवाओं का दौर दिन भर जारी रहा। वहीं, दिनभर आसमान में बादलों की आवाजाही बनी रही। शाम को काली-पीली तेज आंधी के आने से दिन में ही अंधेरा छा गया। आंधी की वजह से चारों तरफ रेत ही रेत नजर आ रही थी। इस दौरान कई जिलों में बिजली भी गुल हो गई।
बाड़मेर में तेज ओलावृष्टि, किसानों के अरमानों में फिर ‘पानी’ (Weather in Barmer) बाड़मेर के धोरीमन्ना क्षेत्र में आंधी के बाद तेज ओलावृष्टि हुई जिससे किसानों के जीरे की फसल चौपट हो गई। किसानों कि मेहनत पर पानी फिर गया। मंगलवार को धोरीमन्ना के आपआस के क्षेत्र में पहले तेज आंधी आई। फिर बारिश के साथ ओलावृष्टि हुई। किसानों को आस थी कि अब जीरे की फसल से उन्हें मुनाफा होगा बारिश और ओलावृष्टि के बाद फसल चोपट होने से किसानों के चेहरे की मायूसी छा गई। धोरीमन्ना क्षेत्र के आस पास क्षेत्रों में तेज आधी के साथ ओलावृष्टि हुई क्षेत्र के सुदाबेरी, कातरला, कबूली, खारी, चैनपुरा, माणकी, चालकना, भैरूडी, उडासर आदि कई गांवों में ओलावृष्टि हुई।
करौली में सुबह मौसम साफ़, शाम को अंधड़ (Weather in Karauli) करौली जिला मुख्यालय सहित क्षेत्र में मंगलवार को एक बार फिर मौसम ने पलटा खाया। मौसम के बिगड़े मिजाज से हालांकि आमजन को गर्मी से राहत मिली। सुबह के समय जहां बूंदाबांदी हुई, वहीं शाम ढलते ही तेज अंधड़ आया। साथ ही बूंदाबांदी भी हुई। इससे घर-मकान और दुकान धुल-धुसरित हो गए।
मौसम के बिगड़े मिजाज से तापमान में कमी आने से वातावरण ठण्डा हो गया और मौसम सुहाना हुआ। इस दौरान बिजली भी गुल हो गई। मंगलवार सुबह जब लोग जागे तो आसमां में घन बादल छाए थे और बूंदाबांदी का दौर शुरू हो गया। दिन में मौसम साफ रहा। हालांकि तेज धूप नहीं निकली। शाम करीब पांच बजे एक बार फिर आसमान में घने बादल छा गए और तेज अंधड़ आया।
जोधपुर के मौसम का हाल (Weather in Jodhpur) जोधपुर के लोहावट कस्बे सहित आस-पास क्षेत्र में मंगलवार को फिर से मौसम के कई रंग देखने की मिले। लोहावट के जंभेश्वरनगर ग्राम पंचायत के शिवपुरी में शाम को चने के आकार के ओले गिरे। मौसम में बदलाव ने किसानों की चिंताए बढा दी है। यहां सुबह से ही आसमान में बादलों की आवाजाही के बीच धूल भरी आंधी का भी दौर चला। दोपहर बाद बादलों ने घटाओं का रूप ले लिया। लोहावट कस्बे में हल्की बूंदाबांदी हुई। वहीं, शिवपुरी गांव में बारिश के साथ चने के आकार के ओले गिरे। बादलों की आवाजाही से लोगों को गर्मी से थोडी राहत मिली।
मौसम विभाग ने जताई संभावना ( IMD Forecast ) राजस्थान में मौसम विभाग ने संभावना जताई थी कि 15 से 17 अप्रेल के बीच उत्तर पश्चिम भारत के अधिकतर इलाकों में गरज और धूल भरी आंधी आ सकती है। इसके साथ ही राजस्थान समेत आस-पास के राज्यों में इसका असर देखने को मिला।