वर्तमान में बंगाल की खाड़ी और उड़ीसा पश्चिमी तट पर कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। यह उड़ीसा छत्तीसगढ़ मध्य प्रदेश होते हुए दक्षिणी गुजरात की तरफ बढ़ रहा है। राजस्थान के रास्ते होते हुए प्रदेश में भी बारिश की संभावनाएं बन रही हैं। प्रदेश में गुरुवार को सिरोही चित्तौडगढ़़, उदयपुर, बांसवाड़ा, डूंगरपुर भीलवाड़ा, राजसमंद, कोटा बारा, झालावाड़, बूंदी में मेघगर्जन और वज्रपात के साथ भारी बारिश की चेतावनी दी है।
भीलवाड़ा. जिले में बुधवार को एक बार फिर मानसून ने मेहरबान हुआ। शहर में दोपहर बाद हल्की बरसात हुई। इससे उमस और गर्मी की मार झेल रहे लोगों को राहत मिली। सर्वाधिक कोटड़ी में 70, जहाजपुर में 62, माण्डलगढ़ 27, रूपाहेली व फूलिया कलां 18, बिजौलियां में 15, करेड़ा 14 तथा भीलवाड़ा में 4 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई।
चित्तौडगढ़. बाढ़ नियंत्रण कक्ष के अनुसार जिले में बुधवार शाम 5 बजे तक 24 घंटे में सर्वाधिक 95 मिलीमीटर बारिश वागन बांध पर दर्ज की गई। इनमें से 60 मिलीमीटर बारिश सुबह 8 से शाम 5 बजे के मध्य हुई। इस 24 घंटे की अवधि में भदेसर में 51, बड़ीसादड़ी में 47, डूंगला में 44, बेगूं में 42, चित्तौडगढ़़ शहर में 29, बस्सी बांध पर 28, गंगरार में 13 एवं निम्बाहेड़ा में 9 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई।
उदयपुर . उदयपुर शहर सहित जिले के कई हिस्सों में करीब एक घंटा तेज बरसात हुई। डबोक में 17.8, देवास में 18, मदार में 5 और पीछोला में 10 मिमी बरसात रिकॉर्ड की गई।
राजसमंद में बुधवार के दोपहर तक तेज गर्मी व उमस से परेशान लोगों को उस समय राहत मिली जब शाम चार बजे के करीब तूफानी ठंडी हवाओं के साथ मूसलाधार बारिश शुरू हो गई। शहर के बीच स्थित खेतों में सवेरे तक खड़ी फसलें नीचे गिर गईं। सड़कों पर पानी बहने लगा। जिले के कई क्षेत्रों में भी तेज बारिश की खबरें हैं।