बीते 24 घंटों के दौरान जैसलमेर रेन गेज स्टेशन पर 6 इंच, फतेहगढ़ में 5 और रामगढ़ में 4 इंच तक बारिश हुई है। बाड़मेर जिले में बाड़मेर जिले में मौसम विभाग की ओर से भारी बारिश की चेतावनी के मद्देनजर बाड़मेर कलक्टर विश्राम मीणा ने प्रशासनिक अधिकारियों को अलर्ट रहने के निर्देश दिए है। यहां 76 एमएम बारिश हुई।
मध्यप्रदेश में बारिश का दौर थमने के कारण चम्बल नदी के बांधों में रविवार को पानी की आवक थम गई। सुबह सात बजे से गांधी सागर, राणा प्रताप सागर (आरपीएस डैम), जवाहर सागर बांध और कोटा बैराज पानी की निकासी कम करना शुरू कर दिया।
शाम होते-होते तो आरपीएस डैम व जवाहर सागर बांध के गेट बंद कर दिए गए, जबकि गांधी सागर का जल स्तर 1305 फीट रखने के लिए दो छोटे और एक बड़ा गेट खोलकर 1.16 लाख क्यूसेक पानी की निकासी की जा रही है। इस बांध का जल स्तर फिलहाल 1306.3 फीट है। पानी की आवक 83 हजार क्यूसेक की है।
बैराज के शाम 6 बजे दो गेट खोलकर 4400 क्यूसेक पानी की निकासी की जा रही है। जवाहर सागर बांध के पन बिजली घर में मशीन चालू कर 16 हजार पानी डिस्चार्ज किया जा रहा है। कोटा बैराज के सोमवार को आठ गेट खोलकर 1.31 लाख क्यूसेक पानी की निकासी की गई।
इसके बाद आवक कम होने पर धीरे-धीरे गेट बंद कर दिए गए। रविवार रात को 10 गेट खोलकर 1.63 लाख क्यूसेक पानी की निकासी की गई थी। उधर, मध्यप्रदेश से बहकर आने वाली पार्वती और कालीसिंध में भी रविवार दोपहर बाद जल स्तर उतार लेने लगा, लेकिन शाम तक पुलियाओं पर पानी होने के कारण कोटा-श्योपुर मार्ग सहित अन्य मार्ग अवरुद्ध रहे।
ये रास्ते अवरुद्ध
– पार्वती नदी में पानी की आवक होने के कारण कोटा जिले के खातौली क्षेत्र में मध्यप्रदेश को जोडऩे वाली सूरथक पुलिया पर आवागमन बंद रहा। – कोटा-इटावा सड़क मार्ग पर ढीबरी के निकट कालीसिंध पुलिया पर छह फीट पानी होने से रास्ता बंद।
– बूढ़ादीत में स्टेट हाइवे 70 पर स्थित बड़ौद कालीसिंध जल स्तर घटने लगा, लेकिन आवागमन दूसरे दिन भी बंद रहा।