ये नदियां उफान पर
– भारी बरसात के कारण चम्बल के बड़े बाधों में दूसरे दिन बुधवार को भी पानी की निकासी जारी रही। इससे चम्बल, पार्वती, कालीसिंध व उनकी सहायक नदियां उफान पर रहीं।
बांध फुल, गेट खोले – राणाप्रताप सागर बांध, जवाहर सागर बांध व कोटा बैराज के गेट दूसरे दिन भी खुले रहे। प्रतापगढ़ जिले का जाखम बांध छलक गया।
Weather Update: पाली के जवाई बांध में 41 फीट पानी, सिरोही के 15 बांध ओवरफ्लो
-पाली, जालोर व सिरोही में बारिश का दौर लगातार जारी है। पाली के जवाई बांध में 41 फीट पानी आया। इससे पाली को पेयजल की खासी राहत मिली है। पाली का रणकपुर बांध की चादर चल रही है। वहीं सिरोही के 15 बांध ओवरफ्लो है। तीनों जिलों में बादल छाए हुए हैं। पाली जिले के सेसली गांव में बिजली गिरने से एक मकान की दीवार गिर गई।
– जालोर जिले का सुमेरगढ़ खेड़ा बांध पूर्ण भराव क्षमता 3.50 मीटर तक भर गया। इसी तरह बीठन बांध में 5.27 मीटर तक भर गया।
मध्यप्रदेश से सम्पर्क कटा रहा
– कोटा जिले के खातौली में कोटा-श्योपुर मार्ग बंद है। खातौली सीमा क्षेत्र में लगा गैंट्री बोर्ड भी आधा डूब गया। कालीसिंध उफान पर होने से कोटा-खातौली मार्ग बंद रहा। चम्बल उफान पर होने से सवाईमाधोपुर मार्ग बंद है। चम्बल के उफान पर होने से बूंदी जिले में रोटेदा-मण्डावरा मार्ग, बांसी-कालानला, डांगाहेडी- पचीपला मार्ग, बड़ाखेड़ा-लाखेरी मार्ग बंद रहे।
– नदी-नाले ओवरफ्लो होने के कारण उदयपुर जिला मुख्यालय से कोटड़ा का संपर्क कट गया।
Monsoon Update : पहली बार गांधी सागर बांध व राणाप्रताप सागर बांध के गेट खोले
चित्तौड़गढ़ व भीलवाड़ा से बीसलपुर बांध में पहुंचा पानी
राजमहल. गंभीरी बांध के आठ गेट खोलने से त्रिवेणी के जलस्तर में अचानक हुई बढ़ोतरी, चित्तौड़गढ़ व भीलवाड़ा में हुई अच्छी बारिश से बीसलपुर बांध में आवक तेज हो गई है। बांध के कंट्रोल रूम के अनुसार बुधवार शाम 4 बजे बांध का गेज 312.08 आर एल मीटर दर्ज किया गया है, जिसमें 18.042 टीएमसी का जलभराव है। यह बांध के कुल जलभराव के 50 प्रतिशत से कम है।