आसमां में धूल व्याप्त रहने से श्वास रोगियों को ऑक्सीजन मास्क लगाने पड़े। आम लोगों को भी सांस लेना मुश्किल हो रहा था। दिन में कई बार तेज हवा के साथ छींटे भी गिरे लेकिन शाम तक धूल के बादलों से राहत नहीं मिली। वहीं जयपुर, भीलवाड़ा, गंगानगर सहित कई अन्य जिलों में आंधी-बारिश का दौर चला। मौसम विभाग के अनुसार मंगलवार दोपहर बाद पश्चिमी विक्षोभ का असर खत्म होने लगेगा और आसमां साफ हो जाएगा।
सीबी बादलों से उठाई धूल
बीती शाम को पश्चिमी विक्षोभ के असर से थण्डरस्ट्रॉम गतिविधियां शुरू हो गई। आसमां में क्यूम्युलोनिम्बस बादल (सीबी बादल) बने जिसकी वजह से हवा आसमां में 10 से 12 किलोमीटर तक ऊपर गई और वापस ठंडी होकर तेजी से वर्टिकली नीचे आई। वातावरण में नमी कम होने से हवा ने थार के धूल कणों को ऊपर उठा दिया। फिर इसने क्षैतिज बहकर आंधी का रूप ले लिया। बीते 24 घंटे में उत्तरी पश्चिमी हिस्से के कई जिलों में बूंदाबांदी से लेकर मध्य में बरसात दर्ज की गई।
बीती शाम को पश्चिमी विक्षोभ के असर से थण्डरस्ट्रॉम गतिविधियां शुरू हो गई। आसमां में क्यूम्युलोनिम्बस बादल (सीबी बादल) बने जिसकी वजह से हवा आसमां में 10 से 12 किलोमीटर तक ऊपर गई और वापस ठंडी होकर तेजी से वर्टिकली नीचे आई। वातावरण में नमी कम होने से हवा ने थार के धूल कणों को ऊपर उठा दिया। फिर इसने क्षैतिज बहकर आंधी का रूप ले लिया। बीते 24 घंटे में उत्तरी पश्चिमी हिस्से के कई जिलों में बूंदाबांदी से लेकर मध्य में बरसात दर्ज की गई।
श्री गंगानगर के अनूपगढ़ में 9, पदमपुर में 6.5, श्री विजयनगर में पांच, रायसिंहनगर में 4.2, घड़साना में चार, गंगानगर में तीन, श्रीगंगानगर तहसील में तीन, सादुल शहर में तीन, सांगरिया में तीन, सूरतगढ़ में दो, हनुमानगढ़ के टिब्बी में दो, हनुमानगढ़ शहर में दो, पीलीबंगा में दो, चूरू में 0.4 और जोधपुर में 0.1 मिलीमीटर बरसात दर्ज की गई। अलवर, जयपुर, भीलवाड़ा और टोंक में भी हल्की बारिश हुई।