यहां बारिश के आसार
मौसम विभाग के मुताबिक बंगाल की खाड़ी में बने नए लो-प्रेशर सिस्टम के असर के कारण आज बांसवाड़ा, बारां, भीलवाड़ा, बूंदी, चित्तौड़गढ़, डूंगरपुर, झालावाड़, कोटा में हल्की बारिश का अनुमान है। पश्चिमी राजस्थान के इलाके चूरू, बीकानेर, जोधपुर, नागौर में कहीं धीमी और कहीं पर तेज बारिश होने के आसार हैं। बारिश का यह दौर 2 अक्टूबर तक जारी रहने के आसार हैं। बीते दिन चूरू, वनस्थली सहित अन्य जगहों पर मेघ जमकर मेहरबान रहे। अलवर, प्रतापगढ़, झुंझुनू, भीलवाड़ा, राजसमंद, सिरोही, भरतपुर, बीकानेर, जोधपुर आदि जिलों में मेघगर्जन के साथ आकाशीय बिजली चमकने की संभावना है।
आईएमडी ने जारी किया अलर्ट
इधर चक्रवाती तूफान गुलाब के तुरंत बाद मंडरा रहे एक और चक्रवात ‘शाहीन’ को लेकर गुजरात सहित अन्य जिलों में अलर्ट जारी किया है। मछुआरों को राज्य के तट से लगे अरब सागर में नहीं जाने की चेतावनी दी गई है और दो अक्टूबर तक मछली पकड़ने की सभी गतिविधियां स्थगित रखने के निर्देश हैं। साथ ही मौसम विभाग ने कहा कि पश्चिम बंगाल समेत बिहार और सिक्किम में भी 2 और 3 अक्टूबर को भारी बारिश का अनुमान है।मौसम विभाग के मुताबिक गुरुवार रात 11.30 बजे अरब सागर के उत्तरपूर्व में बना डिप्रेशन और गहरा हो गया है और अगले 12 घंटों में चक्रवात में बदल सकता है।
धोरों में भी बरसे मेघ
हाल ही जारी हुए आंकड़ों के मुताबिक मानसूनी सीजन में प्रदेश में होने वाली बारिश का आंकड़ा पूरा हो चुका है। 414.5 मिमी. के मुकाबले गुरुवार तक 485.3 मिमी बारिश हुइ। अब तक सामान्य से 17 फीसदी बारिश दर्ज हो चुकी है। इनमें पूर्वी राजस्थान में 16 और पश्चिमी राजस्थान में 20 फीसदी अधिक बारिश दर्ज की गई है। सबसे अधिक बारिश जैसलमेर में 69 फीसदी हुई। पूर्वी राजस्थान के 23 जिलों में से 4 जिलों में सामान्य से कम, 19 जिलों में सामान्य से अधिक बारिश, पश्चिमी राजस्थान के 10 जिलों में से 6 में सामान्य से अधिक और 4 में सामान्य से कम बारिश दर्ज हुई।