21 अप्रेल के अबूझ सावे पर जयपुर जिले में दो हजार से अधिक शादियां प्रस्तावित हैं, लेकिन मेहमानों की सीमित संख्या और कोविड की गाइडलाइन के चलते शादी की रौनक फीकी नजर आएगी। जयपुर विवाह स्थल समिति के अध्यक्ष भवानी शंकर माली ने बताया कि सभी 750 गार्डन बुक थे। कोविड के कारण बदली हुई परिस्थितियों से 40 प्रतिशत शादियां रद्द हो चुकी हैं। आयोजक अब अगले मुहूर्त में शादियां करना चाह रहे हैं।
ज्योतिषाचार्य पं.घनश्याम लाल स्वर्णकार ने बताया कि शुक्रके उदय के साथ ही जनेऊ संस्कार व गृह प्रवेश सहित अन्य शुभ कार्यों की शुरुआत होगी। ज्योतिषाचार्य पं. पुरुषोत्तम गौड़ ने बताया कि शुभ कार्यों के लिए बृहस्पति के अलावा शुक्र ग्रह का उदय होना जरूरी माना गया है।
पं.राजेंद्र शर्मा ने बताया कि मई में इस वर्ष विवाह, सगाई और लग्न के सबसे अधिक 16 मुहूर्त हैं। जून में 9 और जुलाई में 5 दिन ही विवाह के लिए मुहूर्त हैं। इनमें 15 जुलाई को आखिरी मुहूर्त रहेगा। 20 जुलाई को देवशयनी एकादशी के साथ ही शादियों पर रोक लग जाएगी।