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वीकेंड कर्फ्यू से शादी की तैयारियों पर भी असर, रामनवमी के अबूझ सावे पर 40 प्रतिशत शादियां रद्द

locationजयपुरPublished: Apr 18, 2021 02:42:11 pm

Submitted by:

Kamlesh Sharma

20 अप्रेल की शाम 6.50 बजे वैभव और सुख समृद्धि के कारक शुक्र ग्रह पश्चिम दिशा में मेष राशि में उदय होंगे। साथ ही 65 दिन बाद फिर से मांगलिक कार्य शुरू होंगे।

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20 अप्रेल की शाम 6.50 बजे वैभव और सुख समृद्धि के कारक शुक्र ग्रह पश्चिम दिशा में मेष राशि में उदय होंगे। साथ ही 65 दिन बाद फिर से मांगलिक कार्य शुरू होंगे।

जयपुर। 20 अप्रेल की शाम 6.50 बजे वैभव और सुख समृद्धि के कारक शुक्र ग्रह पश्चिम दिशा में मेष राशि में उदय होंगे। साथ ही 65 दिन बाद फिर से मांगलिक कार्य शुरू होंगे। उधर, रामनवमी के अबूझ सावे से पूर्व कोरोना के कारण लगे वीकेंड कर्फ्यू के चलते शादी वाले घरों में विवाह की तैयारियों पर भी असर पड़ा है।
ज्योतिषाचार्य पं.दामोदर प्रसाद शर्मा ने बताया किवर्तमान में मेष राशि में सूर्य, बुध और शुक्र ग्रह का त्रिग्रही योग चल रहा है। 21 अप्रेल को रामनवमी का अबूझ सावा रहेगा। इस बीच 20 से 23 अप्रेल तक शुक्र ग्रह का बाल्यत्व दोष होने से मांगलिक कार्य शुरू नहीं हो सकेंगे। अत: 25 अप्रेल से पंचागीय सावों की शुरुआत होगी।
शादी के लिए अगले मुहूर्त पर कर रहे विचार
21 अप्रेल के अबूझ सावे पर जयपुर जिले में दो हजार से अधिक शादियां प्रस्तावित हैं, लेकिन मेहमानों की सीमित संख्या और कोविड की गाइडलाइन के चलते शादी की रौनक फीकी नजर आएगी। जयपुर विवाह स्थल समिति के अध्यक्ष भवानी शंकर माली ने बताया कि सभी 750 गार्डन बुक थे। कोविड के कारण बदली हुई परिस्थितियों से 40 प्रतिशत शादियां रद्द हो चुकी हैं। आयोजक अब अगले मुहूर्त में शादियां करना चाह रहे हैं।
शुक्र के उदय के साथ शुरू होंगे शुभ कार्य
ज्योतिषाचार्य पं.घनश्याम लाल स्वर्णकार ने बताया कि शुक्रके उदय के साथ ही जनेऊ संस्कार व गृह प्रवेश सहित अन्य शुभ कार्यों की शुरुआत होगी। ज्योतिषाचार्य पं. पुरुषोत्तम गौड़ ने बताया कि शुभ कार्यों के लिए बृहस्पति के अलावा शुक्र ग्रह का उदय होना जरूरी माना गया है।
अगले महीने में सर्वाधिक 16 मुहूर्त
पं.राजेंद्र शर्मा ने बताया कि मई में इस वर्ष विवाह, सगाई और लग्न के सबसे अधिक 16 मुहूर्त हैं। जून में 9 और जुलाई में 5 दिन ही विवाह के लिए मुहूर्त हैं। इनमें 15 जुलाई को आखिरी मुहूर्त रहेगा। 20 जुलाई को देवशयनी एकादशी के साथ ही शादियों पर रोक लग जाएगी।
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