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भूल जाओ कतार…अब ओपीडी सेवा फोन पर

locationजयपुरPublished: May 03, 2020 08:08:11 pm

अब सामान्य खांसी-जुकाम या किसी भी रोग के शुरुआती लक्षण दिखने पर अस्पतालों की ओपीडी में लंबी कतार में खड़े रहने की जरूरत नहीं होगी। आप घर बैठे किसी भी डॉक्टर से परामर्श ले पाएंगे। यह संभव हुआ है, एक सूचना तकनीकी नवाचार से।

चिकित्सा विभाग ने प्रदेशवासियों को घर बैठे उपचार व परामर्श सेवाएं सुलभ कराने के लिए ऑनलाइन टेली-कंसल्टेंसी सेवा (चिकित्सकीय परामर्श सुविधा) का नवाचार किया है, जिसके तहत ई-संजीवनी ओपीडी पोर्टल लॉन्च किया जाएगा।

चिकित्सा विभाग की यह सेवा लॉकडाउन या कफ्र्यू इत्यादि के समय में भी लाभकारी होगी। इस ऑनलाइन सेवा की औपचारिक शुरुआत सोमवार सुबह 11 बजे स्वास्थ्य भवन में की जाएगी।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने बताया कि राज्य सरकार कोविड जैसी महामारी के बीच प्रदेश की जनता को अन्य बीमारियों से परेशान नहीं होने देगी। इसी के मद्देनजर आमजन के लिए इस पोर्टल की लॉन्चिग की जा रही है। उन्होंने बताया कि इस सुविधा से मरीज घर बैठे गुणवत्तापूर्ण चिकित्सकीय सेवाएं नि:शुल्क प्राप्त कर सकता है। इससे आने-जाने में लगने वाले समय की भी बचत होगी, जोकि लॉकडाउन में बेहद जरूरी है।
डॉ. शर्मा ने बताया कि इस पोर्टल को राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अन्तर्गत चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग, राजस्थान, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार व सी-डेक, मोहाली ने मिलकर तैयार किया है। इसे 4 मई से प्रांरभ कर दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि कोई भी व्यक्ति सुबह 8 से दोपहर 2 बजे तक 30 चिकित्सकों के माध्यम से सामान्य बीमारियों के लिए टेली कंसलटेंसी सेवाएं प्राप्त कर सकता है।

स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि प्रदेश में चिन्हित 100 चिकित्सा संस्थानों पर इस वेब पोर्टल के माध्यम से ऑनलाइन टेली-कन्सल्टेशन सेवाएं मरीजों को दी जाएंगी। इसके लिए 240 चिकित्सकों को प्रशिक्षण दिया जा चुका है। यह योजना चरणबद्ध तरीके से लागू की जाएगी और आवश्यकतानुसार सेवाओं का विस्तार किया जाएगा, ताकि मरीजों को बेहतर सेवाएं दी जा सके। उन्होंने बताया कि मरीजों की ओर से भी टेली-कन्सल्टेंसी सेवा का अधिक से अधिक प्रचार भी किया जाना चाहिए।
सबसे पहले मरीज esanjeevaniopd-in पोर्टल से अपना मोबाइल नंबर ओटीपी के माध्यम से सत्यापित कर पंजीकरण करे। इसके बाद पेशेंट आईडी और टोकन नंबर मरीज के मोबाइल पर एसएमएस के जरिए भेज दिए जाएंगे। मरीज अपने मोबाइल नंबर या पेशेंट आईडी या टोकन नंबर डालकर सिस्टम में लॉग-इन करें।
मरीज अपनी बारी का इंतजार करें और टोकन नंबर आने पर ऑनलाइन चिकित्सक से परामर्श प्राप्त करे। टेली-कन्सल्टेशन पूर्ण होने पर ई प्रिस्क्रिप्शन डाउनलोड करें। इसकी सूचना भी मरीज के मोबाइल एसएमएस के माध्यम से प्राप्त होगी।
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