अब कोचिंग संस्थानों पर कसेगी लगाम
अगर सबकुछ सही रहा तो जल्द ही राजस्थान में कोचिंग संस्थानों के लिए अलग से कानून लाया जा सकता है। शिक्षा राज्यमंत्री गोविंदसिंह डोटासरा ने इसके संकेत दे दिए हैं।
शिक्षा राज्यमंत्री ने कहा कि शिक्षा का उद्देश्य तनावमुक्त होकर विद्यार्थियों की प्रतिभा को तराशना है। कोचिंग संस्थानों के लिए सरकार शीघ्र कानून बनाकर लागू करेगी जिससे विद्यार्थियों को काउंसलिंग, योग्यता के आधार पर रूचि के अनुसार विषय का चयन को शामिल किया जा सके।
बदले सरकारी स्कूल की धारणा
शिक्षा राज्य मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि सरकारी शिक्षण संस्थाओं में मात्रात्मक एवं गुणात्मक सुधार होने के साथ आम लोगों को दिखाई भी देने चाहिए। संस्था प्रधानों को विद्यालयों के प्रति नागरिकों में बनी धारणा को बदलकर उत्कृष्ट शिक्षा के केन्द्र के रूप में स्थापित करने के लिए चुनौती के रूप में लेना होगा।
प्राचार्यों से कर रहे सीधा संवाद
डोटासरा ने कोटा में प्रदेश स्तरीय कार्यक्रम ‘आओ चलें विद्यालय की ओरÓ का शुभारंभ करते हुए उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को प्राथमिक शिक्षा से ही तराशने का कार्य शुरू करना होगा। विद्यालयों से आम नागरिकों को जोड़ते हुए भामाशाहों, दानदाताओं को भी शैक्षणिक सुधारों में सहयोग के लिए प्रेरित करना होगा। उन्होंने कहा कि शिक्षकों को सम्मान के साथ कार्य करने के लिए सरकार कटिबद्ध है। सभी समस्याओं का निरंतरता के साथ निराकरण किया जा रहा है। विद्यालयों में कम्प्यूटर शिक्षक एवं अन्य मूलभूत सुविधाओं के लिए भी बजट की कमी नहीं रहने दी जायेगी।
खेलों में भी आए निखार
शिक्षा मंत्री ने विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के साथ नैतिक शिक्षा, खेलों में भी तराशने का कार्य निरन्तर किया जाये। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों की दक्षता की पहचान कर उसे क्षेत्र विशेष में आगे बढने के लिए प्रेरित करें।