इस महोत्सव में राजस्थानी फिल्मों के प्रदर्शन के साथ-साथ राजस्थानी सिनेमा के इतिहास की झलक भी देखने को मिलेगी। यहां पर सिनेमा के 77 साल के इतिहास को झांकी में प्रदर्शित किया जाएगा। साथ ही हिंसा मुक्त बचपन की झलकियों के साथ सामाजिक कुरीतियों को समाप्त करने की झांकी भी लगेगी। संघ के संरक्षक विपिन तिवारी ने बताया कि इस महोत्सव में राज्य सरकार के ज्यादातर राजकीय विभाग अपनी योजनाओं की प्रदर्शनी लगाएंगे। महोत्सव का उद्घाटन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत करेंगे। हमनें मुख्यमंत्री से ब्रोशन विमोचन के दौरान गुजरात की तर्ज पर राजस्थानी सिनेमा की पॉलिसी बनाने की मांग की है।
अंतिम दिन राजस्थानी फिल्मों में महत्वपूर्ण योगदान निभाने वालों की स्मृति के नाम से अवॉर्ड दिए जाएंगे। इनमें पंडित इंद्र स्मृति लाइफ टाइम अचीवमेंट अवॉर्ड, बी.के आदर्श स्मृति बेस्ट प्रोड्यूसर अवॉर्ड, मणिभाई व्यास स्मृति बेस्ट डायरेक्टर अवॉर्ड, महिपाल स्मृति बेस्ट एक्टर अवॉर्ड, जयमाला स्मृति बेस्ट एक्ट्रेस अवॉर्ड, पंडित शिवराम स्मृति बेस्ट संगीतकार अवॉर्ड, भरतव्यास स्मृति बेस्ट गीतकार अवॉर्ड, माणक झालानी स्मति बेस्ट डिस्ट्रीब्यूटर अवॉर्ड, सूरज दाधीच स्मृति बेस्ट राइटर अवॉर्ड, प्रचार-प्रसार और डीओपी अवॉर्ड दिए जाएंगे।