राठौड़ ने कहा कि देश ने वेक्सीन इजाद की इस पर भी बात करनी चाहिए थी। तीसरी लहर की आशंका व्यक्त की जा रही है, आज भी हम प्रति लाख की संख्या के लिहाज से टीकाकरण में नीचे से तीसरे नम्बर हैं। ऑन साइट रजिस्ट्रेशन को लेकर समस्या आ रही है। वेक्सीनेशन को लेकर मैं राजनीति नहीं करना चाहता। राठौड़ ने कहा कि पिछली बार की बातों का जिक्र नहीं करुंगा, वेक्सीनेशन की मुहीम में पूरा प्रतिपक्ष सरकार के साथ है।
सांसद जसकौर हुईं नाराज
वहीं ओपन संवाद कार्यक्रम में बोलने के लिए नाम नहीं पुकारे जाने पर भाजपा सांसद जसकौर मीणा नाराज हो गईं। बोलने के लिए सांसदों का नाम नहीं पुकारे जाने पर ऐतराज जताते हुए कहा कि सांसदों में से भी किसी को बोलने देना चाहिए। इस पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि आप तो सांसद के साथ महिला भी हैं, आप को तो बुलवाना ही पड़ेगा। जिसके बाद सांसद जसकौर मीणा ने वैक्सीनेशन को लेकर अपने विचार रखें।
भ्रामक वीडियों पर कार्रवाई होः संयम
ओपन संवाद कार्यक्रम में निर्दलीय विधायक संयम लोढ़ा ने कहा कि कुछ लोग वेक्सीन को लेकर भ्रामक वीडियो जारी कर रहे हैं। इन लोगों पर सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। इसके लिए प्रशासन और पुलिस को निर्देश जारी करें। वेक्सीन की दो डोज के बीच अंतर का भी अध्ययन करवाया जाए।
धार्मिक स्थलों के खोलने की उठी मांग
वैक्सीनेशन जनसहभाहिता ओपन संवाद में प्रदेश में धार्मिक स्थलों को कुछ हद तक खोलने की मांग उठी। मोती डूंगरी गणेश मंदिर महंत कैलाश शर्मा ने मांग उठाई। अजमेर दरगाह शरीफ के प्रतिनिधियों ने भी इसकी मांग उठाते हुए कहा कि धार्मिक स्थल खुलने से अनुयायियों में विश्वास पैदा होगा, आज दवा के साथ दुआओं की भी जरुरत है। भले ही धार्मिक स्थल गाइडलाइन्स के साथ ही खोले जाएं, बहुत से लोगों की रोजी-रोटी धार्मिक स्थलों से जुड़ी है।