वहीं लोक सभा चुनाव के नतीजों को ‘कांग्रेस की नहीं, लोकतन्त्र की हार’ बताकर कांग्रेस के जयपुर शहर अध्यक्ष व परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास घिर गए हैं। सोशल मीडिया पर किए गए इस कमेंट पर भाजपा के पूर्व मंत्री अरुण चतुर्वेदी ने लिखा, यह जनता का अपमान है। इसकेबाद लोगों ने भी खाचरियावास को घेरा। किसी ने उन्हें और कांग्रेस की खिंचाई की तो कोई भाजपा व चतुर्वेदी से उनकी सरकार के कार्यकाल का हिसाब मांगता रहा। हालांकि खाचरियावास ने बाद में कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। गौरतलब है कि दोनों सिविल लाइन्स विधानसभा क्षेत्र से एक-दूसरे के सामने चुनाव लड़ चुके हैं।
सोशल मीडिया पर किसने क्या लिखा
प्रताप सिंह : जनादेश शिरोधार्य है। परिणाम आश्चर्य जनक हैं, यह कांग्रेस की नहीं लोकतंत्र की हार है। किसी भी व्यक्ति या पार्टी को बेवजह बिना काम के वोट दिया जाएगा तो लोकतंत्र कमजोर होगा। वोट देना चाहिए काम के आधार पर, सच्चाई और ईमानदारी के साथ। मतदाता का फैसला पार्टीबाजी से ऊपर उठकर होना चाहिए। इन नतीजों से लोकतंत्र कमजोर होगा। भाजपा का घमंड सातवें आसमान पर होगा।
अरुण चतुर्वेदी: एक तरफ तो जनादेश को शिरोधार्य करते हैं, दूसरी तरफ लोकतंत्र की हार बताकर जनता के निर्णय का अपमान करते हैं। यही कांग्रेस का चरित्र है। झूठे वादे कर वोट लिए, अब जनता ने 5 महीने बाद ही नकार दिया तो दोष जनता पर लगाना मतदाता का अपमान है। लोकतंत्र में जनता ही जनार्दन है। हमने विनम्रता पूर्वक जनादेश स्वीकारा था, जनता-लोकतंत्र को दोष नहीं दिया।